Deepak Virat Purohit  
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Joined 27 March 2020


Joined 27 March 2020
31 DEC 2020 AT 19:20

नववर्ष की शुभकानाएं, त्योहारो और तारीखों को मैसेज से आजाद करवाना है जो न कर सके उसके लिए दोबारा प्रयास करे जो कर गुजरे है उसे याद करे याद रखना है शुभकामनाओं के मैसेज से परहेज़ करे क्या भेजना है क्या देखना बेहतर है किसी से मिले बात करे।

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6 APR 2020 AT 19:10

खुशी क्या है?
पूरा होना किसी इच्छा का
या फिर
सभी इच्छाओं से परे हो जाना।
कुछ मिल जाना
अचानक
या फिर
चूर हो कर
मंज़िल तक पहुँच जाना।
खुशी
अपनी, खुद की, जीत में है
या
कभी अपनों से हार जाना।
या खुशी है
कुछ सोचने,
वही करने,
और वही कहने के बीच
सामंजस्य हो जाना

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27 MAR 2020 AT 12:06

अगर इस खूबसूरत दुनिया को देखने के लिए जिंदा बचे रहना है


तो आप सब कुछ दिनों के लिए अपने-अपने घरों में दुबक जाइये

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27 MAR 2020 AT 11:44

दिल की धड़कन को उन्होंने सुना ही नही
प्यार जो दिल में है उन्होंने देखा ही नही

करें क्या शिकायत उनसे अब
हाल-ए-दिल उन्होंने सुना ही नही

हम तो उन्हें ख़ुदा समझ बैठे रहे
इंसा से ज़्यादा उन्होंने समझा ही नही

वो ख़ुश रहे सदा यही दुआ है मेरी
मेरे जन्नत का रास्ता उन्होंने देखा ही नही

देखना चाहता हूँ उन्हें हर ख़ुशियों के साथ
वो समझे ना समझे कभी सोचा ही नही

कुछ अनकही बातें दिल में रह गयी
आँखो से कहा भी, उन्होंने समझा ही नही


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