Deepak Verma   (माध्यम)
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Joined 28 January 2018


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20 JUL 2023 AT 22:00

Agar kuch sach jo kh du to khata n lage
Tere yaado se jo Sochu bahar to saza hi mile
Roka Dil ko to abhi tak ki mahaj ajnabi h wo abhi
Pr na maane ye khkr ki aakhir, Milna to hota h naseeb
bhale saamne ho ya n ho ek ehsaas hi sahi
Jha har rang ko ijajat h khul jaane ko , har ek sabd ko Sangeet sa ho jaane ko ,har ek kalpana ko rup jaha milna ho ,wahi wo jgh h jha roj uska Milna ho .
Mere shabd usko yu aahat n kare ,wo Jo kr. le bs swekaar
To Rahat si mile
Bs ek aakhri dua yhi jaahir h ,dosti rahe hamesa usse nadarad n kare ...

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8 MAY 2022 AT 7:32

उस युग पर क्यों अभिमान करे
जिसका संचालन खुद भगवान करे
इस पल पर कलिका भारी है
सब सही है वो , जो इंसान करे

हुई लीलाएं उस युग में
ताकि आज मिशाल बने
पापों के इस अंध युद्ध में
सत्कर्मो की इक ढाल बने.

राम आदर्शों के मार्ग बने
ताकि अनुशरण हर इंसान करे
कृष्ण ने कर्म का निर्मल ज्ञान दिया
इस युग को कर्म प्रधान किया

पर इस महान जगत ने
ज्ञान को रखकर इक खूटी पर
बस लीलाओं का गान किया
और खुद को ही भगवान किया ....

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7 MAY 2022 AT 8:43

ख्वाब यूँ तो बहुत सारे रहे
कुछ हकीकत हुए और
कुछ जमी पर तारे हुए,
पर ख्वाहिशें यूँ सदा ही साथ रहीं
यही जिंदगी में अविरत गति
और कभी यही ठहराव रही
चाहते ही तो जीवन को आधार देती है
अस्त व्यस्त जीवन को यूँ निखार देती हैं
यूं तो जीवन की नाव सदा ही
हिचकोले खाती रही
ये ख्वाहिशें ही तो हैं जो सदा
दूर कहीं किनारा दिखाती रहीं।

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17 MAY 2021 AT 14:05

दुसरों को गलतियो को दरकिनार कर,
बस अपनी ही गलतियो से बेजार हुए।
ये उसकी ही मेहरबानी है जो,
खुद के ही गुनहगार हुए।।

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10 MAY 2021 AT 13:42

इंसानो का इम्तहान खत्म हुआ, अब
जिन्दगी रोज एक नया सबक़ दें रहीं है
हमारी गलतियों के एवज़ में, हमसे
जीने का हक़ ले रही है......

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30 APR 2021 AT 6:10

इंसान है तू इंसानो को इंसानियत से तौलना सीख

कोई बोझ न रख अपने मन में
एक नए जोश के साथ हर लम्हे को
जीना सीख

निकाल फेंक इस "मैं" को दिल से
अब नयी यादों को बुनना सीख

बहुत हुआ ये रोना धोना
अब करके प्रण मन में
इन मुस्किलों को कुचलना सीख

इंसान प्यार का भूखा है
उस भूख के कारन पागल है
दो पल रुक कर उस भूख को
अपनी भूख समझना सीख

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29 APR 2021 AT 18:50

Today I forgive my self 😇
Starting life with a new and interesting way where there will be no Doubt and no quilt.🙂

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10 JAN 2021 AT 22:07

जो रिश्ते दिल से निभाए जाते हैं
उसके जज्बात अक्सर,
आंसुओ से जताए जाते हैं।

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30 DEC 2020 AT 20:04

ख्वाब यूँ तो बहुत सारे रहे
कुछ हकीकत हुए और
कुछ जमी पर तारे हुए,
पर ख्वाहिशें यूँ सदा ही साथ रहीं
यही जिंदगी में अविरत गति
और कभी यही ठहराव रही
चाहते ही तो जीवन को आधार देती है
अस्त व्यस्त जीवन को यूँ निखार देती हैं
यूं तो जीवन की नाव सदा ही
हिचकोले खाती रही
ये ख्वाहिशें ही तो हैं जो सदा
दूर कहीं किनारा दिखाती रहीं।

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24 DEC 2020 AT 17:30

दुःख बड़बड़ाता रहा और
खुशी मुस्कुराती रहीं
कुछ इस तरह जिंदगी
हर एक मंजिल पाती रही......

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