आज कल वो दिल से नहीं कभी कभी खुद का मन बहलाने के लिए बात किया करते हैं,
हाँ वो हमसे बात तो करते है पर किसी ओर के हो जाने का अहसास भी कराते हैं...
आज कल वो दिल से नहीं सिर्फ मन बहलाने के लिए बात करते हैं..-
लिखने लगा हूं मैं भी कुछ शायरी भरे ख़त इस उम्मीद मे...
के ना जाने कब कोई परिंदा ले जाए मेरा ख़त तुम्हारी खिड़की तक..-
साथ उसका इस कदर था कि कभी खामोशी से नहीं हुआ था सामना मेरा..
छोड़ जाने के बाद उसके.. खामोशी से ही है अब प्यार मुझे-
'गुड़' जैसी मीठी कहानियाँ तो 'झूठ' की बनती है साहेब....
कमबख्त.... बदनाम तो ये ज़ालिम 'सच' है जो हमेशा से 'कड़वा' ही रहा है-
बहुत सुनसान है ये काली अंधेरी रात,
कुछ ख्वाबों का शोर करना है...
चलो ना कुछ ख़्वाब देखते हैं खुली आँखों से-
मेरे हर सवाल का जवाब बन जाओ
मेरी जिंदगी का हर एक लफ़्ज़ बन जाओ,
जब सुननी है कोई प्रेम कथा तो क्यूं नहीं...
मैं तुम्हारा रांझा और तुम मेरी हीर बन जाओ
मेरे हर सवाल का जवाब बन जाओ...-
I am Not Cute, I am Not Beautiful,
I am Not Intelligent, I am Not Perfect, But I am Not Fake..-
नैन से नैन मिल नहीं रहे तुमसे..बस बाते हो रही दिल से दिल की..
मिलों कभी तो बताएं की कितनी बातें करनी है नैनो को भी नैनो से-
जो गम छुपाकर भी हंसे उसकी खुशी में भी गम छुपा होता है,
जो खुदको सबके सामने हंसता हुआ महसूस कराए वो असलियत में हर शाम अलम से घिरा रहता है,
और कहकर वो फिर से हंस देता है की कमबख्त लम्बी है ग़म की शाम मगर शाम ही तो है इसे भी हर रोज़ ढ़ल जाना होता है।-
♥️बारिश की बूंदें♥️
गरज रहे हैं वो आज बेहिसाब
उनका भी मन है बरसने का
बहुत तड़पाया है उन्होंने
आज हमे भी इंतजार है उनके बरसने का-