Deepak Singh  
194 Followers · 59 Following

read more
Joined 29 May 2018


read more
Joined 29 May 2018
24 MAY 2020 AT 9:16

लेजा लेजा संदेशा मेरे यार का


एक प्रेमपत्र🥀🥀



©Deepak singh

-


13 JUN 2020 AT 21:00

होय न मनुज सहारा जब रंजिशें मन पे छाए,
ले नाम भोलेनाथ की सब दुख दूर होए!
जय महाकाल🔱

-


13 JUN 2020 AT 14:54

जे के कण्ठ नील
कमलसमुह कै,
करै श्यामप्रभा का अनुकरण,
छवि हिरनी- सी सुशोभित,
जो कामदेव, त्रिपुर, भवसंहार,
पीयो हला, लियो जग बचाये
चंद्रशेखर, भोला कहलाये!

-


12 JUN 2020 AT 23:48

हे शिवशम्भु,
भोलेभंडारी
तेरी महिमा
कितना न्यारी,
कितनी सरलता से
गरल अपनाया
भरा घड़ा हलाहल
लियो कंठ अटकाए
तब जाके भोले
"नीलकण्ठ" कहलाए!
🔱

-


11 JUN 2020 AT 23:52

तुम्हीं ने मेरा साथ दिया,
जब मैं अकेला था,
इस स्वार्थी दुनिया से,
जब मैं थकेला था।
तुम्ही ने मेरा साथ दिया,
जब आये थे मेरे ज़िन्दगी में गम,
फिर तुम्ही ने बढ़ाये थे,
मेरे साथ हर एक कदम।
तुम्ही ने मेरा साथ दिया,
जब था मैं अँधेरे में,
अब साथ रहना तुम,
इस रौशनी के दिनों में।।

-


11 JUN 2020 AT 10:46

मैं अपने प्रेम रूपी बीज को
घर के आंगन के
किसी कोने में बो दूंगा।
जिससे पनपेगा
एक प्रेमरूपी पौधा।
आएंगे उसमे कोंपल कली
जो एक दिन बनेगा पुष्प
जिससे सुगंधित होगा
घर का कोना कोना!!

-


10 JUN 2020 AT 23:34

कविताओं का ना आना,
रेगिस्तान के
चिलचिलाती धूप में
भटके किसी मनुष्य को
पानी ना मिलने
के समान होता है!
अपनी तड़प मिटाने की
नाकाम कोशिश!

-


7 JUN 2020 AT 19:25


तुम्हे याद है
जब तुम गयी थी
उस दिन
झील पर चाँद ठहर सा गया था
चाँदनी बिखरी हुई थी
किनारे की रेत पर
तुम्हारा नाम बहुत देर तक
यूँ ही बनाता बिगाड़ता रहा
हवा उस दिन भी इतनी ही ठण्डी थी
कि कलेजे के पार हो रही थी!

आज बरसो बाद लौटा हूँ
तब भी सब कुछ वैसा ही है..

तुम आओगी तब महसूस करोगी इन्हें
बस,
झील का पानी कुछ नमकीन हो चला है!!

-


5 JUN 2020 AT 14:16

सकल देख पूजते लोग यहाँ,
सीरत का कोई मोल नहीं!

-


5 JUN 2020 AT 12:11

वो कदम कदम पर मुझे ठुकराते रहे,
इश्क़ में..
मैंने भी उसके लौट आने की हद कर दी!

-


Fetching Deepak Singh Quotes