मेरी ख्वाहिशो को तेरे होने का बहाना मिल जाये
वफा उम्र का कोई ठिकाना मिल जाये
ताउम्र हकीकत मे इंतजार ही मिला
झूठी तसल्ली से कोई किनारा ही मिल जाये ।-
तेरे इन ख्यालो का क्या करूँ
खुद से किये इन वादो का क्यू करूँ
तू तो बिछड गया मुझसे एक दिन अचानक
इंतजार मे ठहरी इन यादो का क्या करूँ।-
क्यू हम तुमको इतना प्यार करने लगे गये
क्यू हकीकत से इंकार करने लगे गये
वफा की बाते रह गयी इंतजार मे
क्यू हम तुमको पंसद, खुद को नजरअंदाज करने लग गये।-
अब ठहरा भी दो मोहब्बत को मेरी
क्यू मुझे इतना परेशान रखते हो
है नही मोहब्बत साफ मना कर दो
क्यूँ इंतजार मे इतना गुमराह करते हो।-
कुछ पल की बारिश फिर थम जायेगी
इंतजार की आगोश मे आकर फिर रूक जायेगी
बयां होगा नही इस बार भी इश्क हमसे
फिर से एक ख्वाहिश दिल मे दबी रह जायेगी।-
अब ठहर जाओ तुम मुझमे कहीं
मै थक गया हूँ तुम्हारे इंतजार मे चलते चलते ।-
मै खुद को तुझसे जुदा नही कर पाया
एक सच था जो कभी कह नही पाया
एक तरफा मोहब्बत मे बताने की कोशिश की थी
तू ही नासमझ निकला जो कभी समझ नही पाया।-
एक ख्याल तेरा कभी जह्न से नही जा पाया
मै खुद को तुझसे कभी आजाद नही कर पाया
मोहब्बत सिर्फ मुझे थी तुमसे या तुम्हे भी थी मुझसे
ये सोच कर की मै कभी चैन से नही सो पाया
अचानक बिछड कर तुमने
मोहब्बत को कटघरे मे लाकर खडा कर दिया
जिसके इंतजार की सजा मे, मै कभी खुद से नही मिल पाया।-