आज तुम्हे छूने की ज़िद हे हमारी
चाहो तो सजा तैयार रखना हमारी
दिल कह रहा तुम्हे गले से लगा लू
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Life is nothing without problam it is my thinking.
उसकी छाया में चलकर,
उसका ही साया बनना है।
खुशियों की खातिर
उसकी पीड़ाओं से भी लड़ना है।
कैसे न हो गर्व मुझे, उसकी बहन होने पर
भगवान की आभारी हु
मुझे उसकी बहन और उसे मेरा भाई बनाने पर।-
यह देश मेरा राम है,
ओर मैं इस देश का हनुमान
धर्म का नाम पूछ कर मारने वालों
शरद पार करके तो देखो अंदर सिर्फ हिंदुस्तान है।
खड़ा रहूंगा ए देश तेरे लिए लड़ता रहूंगा
देश की खातिर में हिमालय की तरह खड़ा रहूंगा
तूने धर्म का नाम पूछ कर कितनों के सिंदूर मिटाए है,
देख तुझे आज वही सिंदूर ने मौत के रास्ते दिखाएं है।
दो चाटे के बदले में अभी एक ही चांटा मारा है
धर्म के नाम पर हमने तुम्हें अभी कहां मारा है
पहलगाम का बदला लिया है पुलवामा वाला बाकी है
तुझे नक्शे से मिटा देंगे पूरा इंतजाम अभी बाकी है
अगर तू जंग पर आमदा हे ए अमन के दुश्मन
तेरे हर वार पर हम अमन का फरमान लिखदेंगे
अगर तू समझता हे यह धरती तेरी मिल्कियत है
तो इस धरती पर हम अपने खून से हिंदुस्तान लिखदेंगे
जनमानस के धूप रहेगा
चरम चमकती धूप रहेगा
प्रसन्न रहेगा ये देश मेरा
खोलता हे प्रताप शिवाजी जैसा खून मेरा...
ए मेरे देश जिंदा हे अभी बेटा तेरा...-
अपने मामा की तुम प्यारी,
मामा को प्यार हे तुमसे।
हमने जीवन में किए हे कुछ नेक काम,
उन तमाम कर्मो का तुम हो नाम।-
एक चाटे के बदले में दूसरा चाटा तो मारा होता,
दिल्ली आतंकवादियों का गला अगर काटा होता।
पुलवामा वाला हमला करने की कभी जुर्रत न करते,
आज यूं धर्म के नाम पर मारने की हिम्मत न करते।
यूं आज का दिन ये न देखना पड़ता,
हमारे अपनो को यूं तड़प कर मरते देखना न पड़ता।
क्यों आज दुनिया के सामने हम शर्मिंदा हो गए,
हमारे अपने बेगुनाह इस दुनिया से रुखसत हो गए।
सुनो भारत मां के लालो इन आतंकियों की दुनिया काली कर दो,
इनको पनाह देने वाले पाकिस्तान को पूरा खाली कर दो।
हिंदुस्तान से कर दो तुम एक वादा,
पाकिस्तान को बना दो दूसरा गाजा।
तब जा कर होगा अपना इंतकाम पूरा,
यूं खाना पानी रोकने से साफ मरा नहीं हमारा।
ये भूत लातो से माना करते है बातो का काम अब नही हे हमारा,
धर्म का नाम पूछने वाले अधर्मियो का नाम ओ निसान मिटा दो सारा।
तब जा कर कहेगा हिंदुस्तान हमारा,
झण्डा ऊंचा रहे हमारा...-
दौलत भी देखो साहब बड़ी कमाल की चीज है,
अमीरों को पुरी दुनिया की सेर करवा दी
एक हम हे हमको तो हमारे शहर ने ही ओकात बता दी।-
ये वक्त किसी का सगा नही,
चलता ही रहा चलता ही रहा।
किसी के लिए रूखा ही नही
वो कल का मेरा बचपन,
अभी मेने ठीक से देखा ही नही।
मेरी मां जो खो गई कही,
उसने अभी मुझे जी भर चूमा ही नही।
ये वक्त किसी का सगा नही,
चलता ही रहा चलता ही रहा।
किसी के लिए रूखा ही नही
वो मेरे पिताजी चले गए,
अभी में उनके साथ ठीक से चला ही नही।
वो खुसियो का आंगन अभी देखा ही नही,
में खुल कर कभी हसा भी नहीं।
ये वक्त किसी का सगा नही,
चलता ही रहा चलता ही रहा।
किसी के लिए रूखा ही नही
वक्त ने देखो क्या-क्या सहना सीखा दिया,
मुझे अच्छा बुरा लिखना सीख दिया।-
मेने इक्कठे कर रखे हे
सारे दुख एक पोटली में...
एक दिन हिसाब करूंगा
उस खुशी बाटने वाले से...-
जिम्मेदारियों के बोझ ने देखो क्या से क्या बना दिया...
मुझे अच्छा बुरा लिखना सीख दिया...-
संग चलने का वादा किया है
तो साथ भी निभा देना
कुछ हमारी सुन लेना
कुछ अपनी बता देना
कभी मैं ऑफिस से थक कर आऊं
तो तुम चाय बना देना
जब मैं अंधेरे में बल्ब बदलू
तो टॉर्च तुम जला देना
जब मैं बच्चों का होमवर्क करवाऊं
तो बाहर से सामान तुम ला देना
अगली इमआई (EMI) अगर हो मुश्किल
तो प्लान तुम बना देना
जो आज की जरूरत है
कल शायद आदतें बन जाए
कहां से शुरू किया था सफर
तुम वह याद दिला देना
आखरी सांस में जब देखू तुम्हें
बस जरा सा मुस्कुरा देना
संग चलने का वादा किया है
तो साथ भी निभा देना
सुशील सोनी... ✍️
Happy Valentine'S Day! 🌹-