मी..
जो जले थे हमारे लिए, बुझ रहे हैं वो सारे दिए
कुछ अंधेरों की साजिशें थी,कुछ तो उजालों ने भी धोखे दिए.!
💞Rdx🦋-
मी..
देखते देखते,
हर शाम यूँ मेरी आँखों में ढल जाती है
एक तुम्हारी यादों का दिन ढलता ही नहीं।
❤️Rdx-
मी..
बात जब सुकून की छेड़ी जाती है,
हमें बस चाय ही चाय याद आती है।
❤Rdx
☕Chai Ka Chaska☕-
मी..
रोज सोचते हैं आज से चाय छोड़ देंगे,
लेकिन ये सोचने के लिए भी दो कप चाय पीना पड़ता!
💞Rdx
☕Chai Ka Chaska☕-
मी..
मुझे लौटने दो वापस मेरे उसी दौर में
जहाँ मेरा दूर-दूर तक तुमसे कोई वास्ता ना था,
💞Rdx-
मी..
जरूर मुकरे होंगे लोग जुबान देकर,
वरना दस्तख़त की क्यों जरूरत पडती...
✍️Rdx❤️-
मी..
हक़ीक़तों की दवा भी देकर देखी,
लाईलाज निकला मर्ज़ ख़्यालों वाला!
💞Rdx-
मी..
जो भूला ना सकोगे वो याद हूँ मैं..
भीड़ में जो तन्हा कर दे वो साथ हूँ मैं..
गुजारे तुमने कई साल,ना काट सकोगे वो रात हूँ मैं..
गुफ़्तगू तो होगी कितनो के साथ..
दिल से जो लगे वो बात हूँ मैं..
एक हसीन याद हूँ मैं..
💞Rdx-
मी..
सुनो,,
आओ चाय पे मिलकर ढूंढ ले कोई वजह
एक होने की,
यूं बिखरे हुए ना तुम अच्छे लगते हो ना हम..
💞Rdx✍
☕Chai Ka Chaska☕-
मी..
पूछ रही है आज मेरी शायरी मुझसे..!!
कहां उड़ गए वो परिंदे जो वाह वाह किया करते थे..!!
💞Rdx-