मी..
स्त्री पारस की तरह होती है, वो प्रेम नहीं करती
प्रेम में बसती है, जिस रिश्ते को छूती है प्रेम से भर देती है..
♥️Rdx🌼-
मी..
आ जाओ, कि
आज पूरी कायनात
बुला रही है,
भीतर से तेरी
यादें, बाहर से
बरसात जला रही है,
💞Rdx-
मी..
कहां मिलते हैं ऐसे मौसम सुहाने
सफर, चाय और याद पुराने
❤️Rdx
☕Chai ka chaska-
मी..
खुले बालों को छोड़कर माथे पे बिन्दी लगाना,
तुम्हारा ये सादगी।का लिबास और लोगों का ग़ालिब हो जाना !!
💞Rdx-
मी..
आइना देख कर कहते हैं सँवरने वाले
आज बे-मौत मरेंगे मुझपर मरने वाले,
💞Rdx-
मी..
24 घंटे में जिसके पास आपके लिए एक घंटा भी ना हो..!!
तो फिर ऐसे रिश्तों का अचार ही डाल दो, तो अच्छा है मोहतरमा..!!
💔Rdx😏-
मी..
हम दोस्तो की दोस्ती में अलग ही जायका है,
फुर्सत ही फुर्सत है अगर मामला चाय का है।
💞Rdx
☕Chai ka chaska☕-
मी..
सुलझा लेते है प्रेम में सभी प्रेमी प्रेमिकाओं की उलझी जुल्फें
मगर सभी प्रेमी नही जानते सुलझाना मन की उलझने....
💞Rdx-
मी..
हम दोस्तो की दोस्ती में अलग ही जायका है,
फुर्सत ही फुर्सत है अगर मामला चाय का है।
💞Rdx
☕chai ka chaska l☺️-
मी..
पसंदीदा सख्श अगर साथ हो
तो बुरा समय भी अच्छा लगने लगता है!
♥️Rdx🌼-