आज नींद ने फ़िर एक बार बग़ावत की है..
ना जाने, जागती आँखें कौन सा स्वप्न देखने को आकुल हैं..— % &-
Deepak Kumar
(DeeKay)
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Hii guys.. I'm single and happy soul.. In last year.. I had gone through breakup... My hea... read more
Joined 18 February 2018
27 JAN 2022 AT 14:50
27 JAN 2022 AT 12:56
अगली बार..
किवाड़-ए-दिल..
ज़रा धीरे से खड़काना मेरी जान,
एक ज़माने से बंद है.. टूट जाएगा। — % &-
27 JAN 2022 AT 12:22
Nothing for these Guys.. And Everything for these Guys..
Bcz These are my Bois🔥— % &-
27 JAN 2022 AT 12:04
My Friends are my Family..
They are reason for my Happiness.. They are reason for my Sunshine.. — % &-
27 JAN 2022 AT 11:28
जिनको पढ़ने की आदत है,
वे अपने जीवन में कभी भी
अकेले नहीं हो सकते हैं।— % &-
22 JAN 2022 AT 8:18
कल्पना के बाद उस पर अमल जरूर करना चाहिए सीढ़ियों को देखते रहना ही पर्याप्त नहीं है, उन पर चढ़ना भी जरूरी है।
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22 JAN 2022 AT 7:59
अकेले हो तो... विचारों पर काबू रखो
और सबके साथ हो... तो जुबान पर काबू रखो-