हारा नही हूँ....ना ही मिट गया हूँ...।
सूरज हूँ...रात के अस्तित्व के लिए ढ़ल गया हूँ मैं...-
Deepak k Singhaniya
(ᶦᶰᵈ᭄Deepak❣️࿐)
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Joined 4 March 2018
21 MAR AT 22:55
21 NOV 2024 AT 20:30
ज़रा सा क़ुदरत ने क्या नवाज़ा कि आ के बैठे हो पहली सफ़ में !
अभी से उड़ने लगे हवा में अभी तो शोहरत नई नई है !!-
25 OCT 2024 AT 23:31
Each day... Be happy... Be free !
हर दिन... खुश रहो... आज़ाद रहो !
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19 FEB 2024 AT 22:55
जिसने साथ दिया उसका साथ दो,
जिसने तुम्हे त्याग दिया उसको तुम भी त्याग दो...?-
28 JAN 2024 AT 21:01
शोहरत की बुलंदी भी पल भर का तमाशा है
जिस डाल पे बैठे हो वो टूट भी सकती है-
28 DEC 2023 AT 23:41
अगर आपको कोई रिश्ता दुःख दे रहा हैं !
उस रिश्ते से दूर हो जाना ही बेहतर होता हैं!!
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27 DEC 2023 AT 8:46
ॐ कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने।
प्रणत क्लेशनाशय गोविंदाय नमो नमः।
❤️ राधे राधे कृष्णा हरे हरे ❤️-