जब से देखा चेहरा, भा गया काजल वो तेरा। सोर उठे अब मन में मेरे, जब छनक उठे पायल ये तेरा, आंखे बंद करू जब भी, तेरा चेहरा नजर आए, देखा जब से तूने एक नजर, दिल हो गया घायल ये मेरा।।
मासूम सी फितरत थी जिसकी, अब वो समझदार हो गए है, अपना पराया सब जानते है, अब वो दिमागदार हो गए है, खता क्या है मेरी मुझे पता भी नही, जो कल तक तो मरते थे मुझपे। आज वो छोड़ने को भी, तैयार हो गए है।।
झील सी गहरी आंखे तुम्हारी और गुलाबी गाल है। होंठो पर मुस्कान सजी है , रंग उसका लाल है।। क्या करू तारीफ तुम्हारी शब्द नही है मेरे पास, मूरत सी प्यारी हो तुम, तुम पर कुदरत का कमाल है।।
आंसू छिपाते हुए भी, सबके सामने मुस्कुराया है किसी और से ज्यादा मैने,खुद को सताया है चल माना मुझसे दूर होने की मजबूरी थी तेरी मगर ये बात अपने दिल को बड़ी मुस्किल से समझाया है!!