अकेले बैठे रहना,
किसी से कुछ न कहना,
बीती हुई बातों को सोचते रहना,
सिख रहा हूँ दर्द को अकेले सहना.।-
तकलीफ ये नही की बुरा वक़्त चल रहा,
तकलीफ तो ये है की अभी तो मेरा बचपन भी नही,
गुजरा था........-
जिंदगी के सफर में सब उलझे है,
कब,कैसे,क्यों,कहा, हा, नहीं,
इन सभी को जिसने मात् दिया,
बस उन्हीं के सफर सुलझे हैं.!-
कितना भी लिखो मोहब्बत-ए शायरियाँ,
आखिरकार हर शब्द जुड़ा होगा जिंदगी से,
कभी शिकायत जिंदगी से,
तो कभी खुशियाँ लिखी जायेगी,
अक्सर गम मे लिखे हुये हर एक शब्द,
दिल छू जायेगी.!
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Jaise ho Aise hi pasand ho tum mujhe,
Man nhi lagta ab jab tak dekhu na tujhe..♡-
अपने फैसले से कभी मुकरना नहीं,
रास्ता कोई भी हो, मिले न जब तक मंजिल,
उचाई पर चढ़ कर, कभी उतरना नहीं.!-
अब दुनिया बदल रही हैं,
दुनिया के लोग बदल रहे है,
और लोगो की सोच बदल रही हैं,
जिन्होंने जन्म दिया उनको छोड़ कर लोग,
मंदिर-मस्जिद में जाते हैं, सुख की प्राप्ति के लिए,
ए-इंसान जरा शर्म कर, शर्म न आये तो जरा सी रहम कर,
जिसने तुझे पाला पोसा, तु उसी का त्याग कर रहा,
ख़ुद दुखों का बोझ ढ़ोते-ढ़ोते उन्होंने तेरी सारी ख्वाहिशें पूरी की,
अपने दुख-दर्द को तुझसे ऐसे छिपा के रखा ,
जैसे रखता हो कोई सोना-चाँदी,
बचपन से तेरे जवानी तक हमेशा साथ खड़ा रहा,
तेरे हर सुख दुख में,
जिन्होंने ने तुम्हें इस दुनिया में लाया,
अब तुम उन्हें ही अकेला छोड़ कर,
जी रहे हो अपनी नई दुनिया में,
एक बात हमेशा याद रखना मित्र,
हवा और आपकी जिंदगी के पल, एक जैसे होते हैं,
जो कभी भी बदल सकते हैं.....!-
चल रही हैं, जिंदगी , क्या हो रहा है,
कुछ खबर नही, बस इतना पता है,
चल रही हैं, जिंदगी आहिस्ता-आहिस्ता,
रेलवे स्टेशन की तरह हो गए हम,
जहा लोग आ रहे, जा रहे,
रुकता नहीं कोई भी यहा.!-