ज़माने की ठोकरों से नज़ाकत आ गयी मुझ में., कि मै अब दिल के मशबिरो पर एतवार नहीं करता.... ! - DB🅰️rymoulik
ज़माने की ठोकरों से नज़ाकत आ गयी मुझ में., कि मै अब दिल के मशबिरो पर एतवार नहीं करता.... !
- DB🅰️rymoulik