ज़िन्दगी मज़ार हो गई हैं सब्र ही सब्र से.. !हम हर रोज़ लिपट कर रो लेते हैं क़ब्र से..!! - DB🅰️rymoulik
ज़िन्दगी मज़ार हो गई हैं सब्र ही सब्र से.. !हम हर रोज़ लिपट कर रो लेते हैं क़ब्र से..!!
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