ये इश्क़ -ए- गम हैं ज़नाब जो मजबूर कर देता हैं.. !
चाहतों ही चाहतों में अपनों से ही दूर कर देता हैं.. !!- DB🅰️rymoulik
13 JAN 2020 AT 11:32
ये इश्क़ -ए- गम हैं ज़नाब जो मजबूर कर देता हैं.. !
चाहतों ही चाहतों में अपनों से ही दूर कर देता हैं.. !!- DB🅰️rymoulik