मिरा खामोश रहना ही वाजिब था मै उसके इश्क़ का जो मुलाज़िम था - DB🅰️rymoulik
मिरा खामोश रहना ही वाजिब था मै उसके इश्क़ का जो मुलाज़िम था
- DB🅰️rymoulik