में निशब्द तो वो आवाज़ थी इक दूजे के थे हम दोनों.. !नज़र लगी किसी शब्द की अब अनजाने हैं हम दोनों... !! - DB🅰️rymoulik
में निशब्द तो वो आवाज़ थी इक दूजे के थे हम दोनों.. !नज़र लगी किसी शब्द की अब अनजाने हैं हम दोनों... !!
- DB🅰️rymoulik