मैंने कल चार चेहरे देखें जो ज़ुबा से गूंगे और कानों से बहरे देखें... ! - DB🅰️rymoulik
मैंने कल चार चेहरे देखें जो ज़ुबा से गूंगे और कानों से बहरे देखें... !
- DB🅰️rymoulik