मैं ने अभी देखा हैं मेरा चाँद भी किसी शाख़-ए-गुल पे झुका हुआ हैं - DB🅰️rymoulik
मैं ने अभी देखा हैं मेरा चाँद भी किसी शाख़-ए-गुल पे झुका हुआ हैं
- DB🅰️rymoulik