देखने समझने से क्या होता हैं ज़नाब यहां तो कहने और समझने के राज़ ही अलग हैं... ! - DB🅰️rymoulik
देखने समझने से क्या होता हैं ज़नाब यहां तो कहने और समझने के राज़ ही अलग हैं... !
- DB🅰️rymoulik