अख़्ज़ जो हुए जज्बातों के, आजाब ए जज़्बात हुए.. !तन्हाइयों का शुरुर देकर वो फिर अर्जमन्द हुए.. ! - DB🅰️rymoulik
अख़्ज़ जो हुए जज्बातों के, आजाब ए जज़्बात हुए.. !तन्हाइयों का शुरुर देकर वो फिर अर्जमन्द हुए.. !
- DB🅰️rymoulik