अब वो यू ही हम से खफ़ा-खफ़ा से रहते हैं
रिश्ते अब पहले से जुदा-जुदा से रहते हैं
ऐ ज़िन्दगी कभी तू ले चल वहां
जहां मिरे सपनों के खुदा रहते हैं
उनकी यादों में भी हम मचले कहां
जहां हर वक्त ग़मो के शायो से घिरे रहते हैं- DB🅰️rymoulik
9 OCT 2019 AT 11:38
अब वो यू ही हम से खफ़ा-खफ़ा से रहते हैं
रिश्ते अब पहले से जुदा-जुदा से रहते हैं
ऐ ज़िन्दगी कभी तू ले चल वहां
जहां मिरे सपनों के खुदा रहते हैं
उनकी यादों में भी हम मचले कहां
जहां हर वक्त ग़मो के शायो से घिरे रहते हैं- DB🅰️rymoulik