Deepak Bhatnagar   (Deepak Bhatnagar)
1.7k Followers · 31 Following

अपने दिल के जज़्बात को अल्फ़ाज़ के माध्यम द्वारा आप तक पहोंचाने हेतु एक कोशिश........
Joined 20 September 2019


अपने दिल के जज़्बात को अल्फ़ाज़ के माध्यम द्वारा आप तक पहोंचाने हेतु एक कोशिश........
Joined 20 September 2019
4 APR 2022 AT 6:18

कुछ देती हैं माँ अम्बे शक्ति, कुछ चाय का सहारा लेता हूँ
नौ दिन तेरी भक्ति में माँ मैं कुछ यूँ उपवास में रहता हूँ

-


3 APR 2022 AT 18:07

वादों में तो कभी उनके इरादों में हम आये गए
हर पैमाने पर उनके हम आज़माये गए

चल के बात जब आ रुकी निभाने पर
उसी एक मोड़ पर बस हम फिर ठुकराए गए

तसल्ली इससे भी कहाँ थी उनको मयस्सर
इल्ज़ाम सबब ए जुदाई के भी हम पर लगाये गए

-


3 APR 2022 AT 16:11

सूख जाए मिरी आंखों से अब ये आब-ए-चश्म..!
के उसकी यादों के सब शजर अब हरे हो चुके..!!

-


3 APR 2022 AT 15:24

आम-ओ-खास नहीं, है मगर यक़ीनन कुछ तो बात मुझमें..!
दुश्मन के नहीं खयालों में मैं, अपनों के मगर निशाने में हूँ..!!

-


1 MAR 2022 AT 6:08

होती ना मुफ़लिसी तो इस तरह हम ज़िन्दगी बसर करते
दूध, चीनी, पत्ती होती और चाय से अपनी हम सहर करते

-


1 MAR 2022 AT 6:01

हुई ना गर चाय मयस्सर उस जहाँ में मुझको तो
जन्नत भी नज़र आएगी मुझको दोज़ख के मानिंद

-


18 FEB 2022 AT 14:57

ज़रा लहज़े में तो ज़रा अल्फ़ाज़ में मिला के
ज़हर अबके पिलाया गया आवाज़ में मिला के

-


18 FEB 2022 AT 8:21

कुछ हुनर कुछ काबिलियत ज़रा मेहनत अपनी फ़ितरत में लाए हम..!
किस्मत पे ना किया ऐतबार,खुद अपनी चाय बना कर लाए हम..!!— % &

-


18 FEB 2022 AT 8:01

बिना हाथ में दिए चाय ना पूछो मुझसे हाल मेरा
मामूली है मगर लग रहा है मुश्किल बहोत ये सवाल तेरा— % &

-


16 FEB 2022 AT 20:41

ज़रा अश्कों को छुपा लूँ, मैं अपने ज़ब्त को आज़माऊँ भी
मैं उनके निक़ाह में जाऊँ भी और भर पेट खा कर आऊँ भी— % &

-


Fetching Deepak Bhatnagar Quotes