चाय और तुम, दोनों ही छूट गए...
अब हम अक्सर बीमार ही रहते है
~कालजयीदीपि
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इबादत ज़रा सी,
आदत ज़रा सी..
चाहत ज़रा सी...!!
राहत ज़रा सी...!! 🙏😍😊
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जब-जब होता है ये चाँद पूरा...
अखरता है मुझे अपना अधूरा होना
~कालजयीदीपि
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Long distance friendship, we accept firmly...
assure, convince, motivate in all the ways we can.
Loyalty is not judged; miscommunication is not a reason to hold a grudge.
Happiness is shared, and mishaps are disguised.
Less expectations and low maintenance...
If it ends, nobody wants to mend.
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कुछ प्यार सही वक्त पर होते,
कुछ बेवक्त और बेवज़ह होते,
कुछ सिर्फ़ वक्त होता है तो होते है...
और वक्त की तरह हीं गुजर जाते हैं...
कुछ बेवक्त और बेवज़ह खत्म होते,
कुछ वक्त और वज़ह पर खत्म होते
और कुछ प्यार सिर्फ़ प्यार ही होते है...
अथाह और अटल!
~दीपा गेरा
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सर्द तो कभी पतझड़, कभी सावन, कभी ऋतु बसंत।
वक्त, धरा और अंबर सभी तो बदलते हैं,
रंग बदल जाते हैं गर लोग तो क्या ही है सितम..?
पल-पल बदलता है समाज, कानून और नियम,
नहीं बदलता अगर कोई वो है सत्यम् शिवम् सुन्दरम् ।
~कालजयीदीपि
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कुछ, सिर्फ़ वक्त होता है तो होते है...
और वक्त की तरह ही गुजर जाते हैं।
~कालजयी दीपि
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हम मौन भी, प्रेमी भी, चाँद भी...
पर बुद्ध शायद कभी नहीं हो पाएंगे।
~कालजयीदीपि
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