जरूरत नहीं मुझे
अब उनकी
जो मेरे दिल में
बसती हैं।
डूब मरे जाकर
वो बुराईयाँ
जिन पर दुनिया
हँसती है।-
जब शरीर हाथ से
छूटने लगा, तब जाकर
एहसास हुआ कि
फरेबियो के फरेब से
बिखरे है हम।-
जल बिन सब सूखा है,
जल से हरे-भरे वन हैं।
जल से ही प्रलय है, तो
जल से ही जीवन है।
Save the water 💧-
कर्मो की अधीनता ने
आपाहिज़ बना दिया।
परिक्षाओं के पर्वत हे "माँ"
लाँघे नहीं जाते।
बन जाए तू सहारा गर
ओ मेरी प्यारी "माँ"
पंगु भी तेरे धाम पर
दौड़े चले आते।
-
गुरू की शरण,
जिनको मिले,
वो जब-जब
मन भीतर रोये।
चिंता, शोक
मिट जायें सारे,
पल में
गुरू कृपा होय।
-
थोड़ा सा attitude है,
थोड़े से जिद्दी है
ये बात, मान जाएंगे।
हम सा सच्चा दिलबर आप
किसी ओर को न पाएंगे।
एक बार छोड़ कर देखिए
हमने कब कहा कि
छोड़ कर पछताएंगे।
कोशिश करना भुलाने की,
हम आपकी यादोें में समा जाएंगे।-
हे ईश्वर आपकी महिमा को
कौन समझ पाया है।
जो दुःख दिखते है,जीवन में
उन दुःखों के बहाने,
बडे़-बडे़ कष्टो को मिटाया है।-
बस अब बहुत
थक चुके हैं,
जीवित मात्र दिख रहे हैं
वरना तो खुद में मर चुके हैं।-
हमेशा न रहेगा,
समाप्ति की ओर है जीवन।
चलो संजोए बातों की कुछ यादें,
एक दिन जुदा हो जाएंगे तन मन।-