deep   (Deep)
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Joined 25 December 2017


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20 MAY 2020 AT 0:00

Everything will be fine..
sab kuch theek ho jayega...
ye kehne vale vo log h jo maje se apne gaddedar sofo pe Ac ke andar bethe h aur Netflix dekhte dekhte trah trah ke pakwan bnake kha rahe h..
kash vo majdoor bhi ye hi keh pate jo bhooke pyase marte girte paidal hi apne ghar ki aur badhe jaa rahe h...

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13 MAY 2020 AT 1:52

कर तो दी एक और राहत पैकेज की घोषणा..
पर कोई बताएगा कैसे है इसे गरीबों तक पहुँचना।।
उन तक जाते तो जाते सब बँट जायेगा..
उनको तो आटे की भूसी जितना भी नसीब नहीं हो पाएगा।।

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29 APR 2020 AT 15:12

Itna to koi mujhe filmo se pyar nhi..
main to tumhara sabse bada fan bhi nhi ...
Par sach h last film tumhari hi dekhi thi..
hasaya rulaya usne bhi boht aapki baki filmo ki tarah ..
Pta nhi kyu subah se aankhain nam h..
Dhuk ne kyu gher rakha h dil ko itna ..



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27 APR 2020 AT 9:11

जब आपकी आँखों में छुपा हुआ आँसू..
उसकी आँखों में झलक जाए..
तो समझ लेना प्यार बेशुमार है।।

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20 APR 2020 AT 23:55

जिस बात का डर था वो ही हो गया ना
चार लोग फिर से चार लाखों पे भारी पड़ गए ना ।
हो गए ना वो कामयाब कोरोना को भी धर्म में बांटने में
और कर लिया फिर से कुछ लोगो को अपनी क्रूरता का शिकार।।

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11 APR 2020 AT 3:32

भूखी नज़र

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9 APR 2020 AT 22:30

कुछ बोलते हैं ये तो हँसी के आँसू हैं...
कुछ बोलते हैं ये दुःख के आँसू हैं..
पर मैं तो अब बस बोलता हूँ
ये प्याज़ काटने के आँसू हैं..

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29 MAR 2020 AT 10:17

आज हर एक छोटू...
जो होटल में तुम्हें खाना परोसता था..
जो चाय की टपरी पे चाय बेचता था..
जो कूड़ा बीनता था..
जो अपने वजन से ज्यादा वजन उठाने का काम करता था..
सब लोगों की गालियां सुनता था...
पर फिर भी वो कभी रोता नहीं था...
वो भी फूट फूट कर रोने पे मजबूर हो गया हैं।।

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27 MAR 2020 AT 12:16

मैंने और उसने एकदम विपरीत रास्ते चुनें।
पर फिर भी दोनों कह रहे जो होता हैं अच्छे के लिए होता है।।

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26 MAR 2020 AT 12:37

तुम तो बोले थे..
तुम्हें अब अकेले रहना ही पसन्द हैं
तुम्हें तो प्राइवेसी चाहिये थी
तुम तो अब सब काम अकेले कर सकते थे
तुम तो घर पे कुछ खास लोगों से बात नही कर पाते थे
तो..
फिर ...
अब क्यों चुल मच रही इतनी तुम्हें
घर जाने की।।

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