मेरे होने पर, मेरे होने का एहसास नहीं हो पाता है, की मैं क्या हूँ।
मेरे ना होने पर, मेरे ना होने का एहसास हो ही जाता है, की मैं क्या था।।
मैं हूँ तो एहसास नहीं है, एहसास होगा तो मैं नहीं रहूंगा।
मेरा होना ना होना निर्भर नहीं करता, एहसास के होने ना होने पर।
एहसास का होना ना होना निर्भर करता है, मेरे होने ना होने पर।।
जब खुश ना थे मेरे होने पर, तो गम ना करें मुझे खोने पर।
मैं रहूँ या ना रहूँ, मेरा एहसास रहेगा, हर ज़र्रे पर, हर कोने पर।।
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