किसी के जाने से कोई मरता नहीं
पर किसी का जाना पूरी दुनिया खोने जैसा होता है ।
लोग ताउम्र साथ निभाने का वादा करके हाथ पकड़ते है और बीच सफर में ही उस इंसान को छोड़ कर चले जाते है ।
बिना ये सोचे की अगला व्यक्ति दिल से जुड़ा है , दिमाग से नहीं ।
बस यही अनुरोध है नहीं निभा सकते तो दूरी बनाकर रहो क्योंकि आपका एक झूठा दिखावा किसी की मुस्कुराहट के साथ साथ जीवन जीने की उम्मीद छीन लेता है ।।-
कोई और है उसकी यादों में ,
जो उसे मेरी कमी महसूस नहीं होने देती...!!-
नहीं समझी तो समझा देते,
उलझी बातों को साथ बैठ सुलझा लेते ।
इतनी भी नासमझ नहीं मैं ,
बस एक दफा अपना समझ गले से लगा लेते...!!-
मीरा-सी मुझमें भक्ति हो,
राधा-सा मुझमें त्याग रहे ।
सिया-सी मुझमें धीरता हो,
गोपियों-सा निश्छल प्रेम रहे ।
सती-सा मुझमें समर्पण हो,
काली-सी मुझमें शक्ति रहे ।
श्री राम-सा कोई साथी हो,
कृष्णा-सा कोई स्नेह करे।
बस इतनी सी अभिलाषा है,
मैं उसमें, वो मुझमें परिपूर्ण रहे....!!-
अब चुप रहना ही बेहतर लगता है,
रौशनी से ज्यादा इन आंखों को अंधेरा सुकून देता है ।
जिनकी मुस्कुराहट से आ जाती थी चेहरे पर रौनक,
अब ये दिल उनसे परहेज रखता है ।।-
कोई होके भी न हो
तो डर लगता है
प्यार करके भी न हो
तो डर लगता है ।।
चीज़ अपनी है
ये जानते है
पर फिर भी न हो
तो डर लगता है ।।
घंटो की बातें
चंद पलों में बदल जाए
मुस्कुराते चेहरे
ख़ामोशी में बदल जाए
तो डर लगता है ।।
कोई अपना होके भी न हो
तो ऐसा सा लगता है
प्यार करके भी न हो
तो डर लगता है।।♡-
तलब रही नहीं अब दुनियां को पढ़ने की...
ख़ुद को पढ़ लूं अब वही काफ़ी है !!♡— % &-
पहले जैसी अब बातें नहीं होती ,
वो प्यार भरी अब रातें नहीं होती ।
अब घंटों की बातें मिनटों में बदल जाती है ,
बात कैसे हो से शुरू होकर ठीक हूं पर खत्म हो जाती है।।
प्यार है तो ज़ाहिर कर जाओ ,
आकर पास मेरे मुझसे वाक़िफ हो जाओ ।
पर इतना भी वक्त न लगाना कुछ कहने में ,
की फिर पछतावा हो मुझे खोने पे ।।
काश !! फिर से हो जाओ पहले की तरह तुम ,
की दिन खत्म हो पर तुम्हारी बातें नही ।
नाराज़गी हो पर न आए फासलों का मंज़र कभी ,
झगड़ा करके मुझसे पाओ सुकून मुझमें कही ।।
अपने सुकून भरे हर लम्हे में जिक्र करो तुम मेरा ,
मेरी गैरमौजूदगी में कभी तो बेचैन हो दिल तेरा ।
कुछ इस तरह करीब रहो तुम मेरे ,
दूर होकर भी हर पल साथ रहो तुम मेरे ।। ♡
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