हमारी ज़िन्दगी है रात जैसी...!!!!
कभी जम कर बिखरती है चांदनी..
कभी बादल छाए रहते हैं...
कभी तारों से भरा आसमान...
कभी अकेले साये रहते हैं...!!
क्यूं....!तुम्हें ऐसा नहीं लगता.!
हं..??
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1. Losing my Favourite Humans
2. Losing my Favourite Humans
3. Losing my Favourite Humans.-
कितना कुछ बदलेगा, कितना पहले सा रह जाएगा....
हमारी कोशिशों के बावजूद,क्या कुछ और कम रह जाएगा!
आज जो हैं फ़ासले, वो कल भी तो थे....
पर क्या अब "ये" फासला, रोज़ हमें डराएगा..!
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You and I
Have so much love,
That it
Burns like a fire,
In which we bake a lump of clay
Molded into a figure of you
And a figure of me.
Then we take both of them,
And break them into pieces,
And mix the pieces with water,
And mold again a figure of you,
And a figure of me.
I am in your clay.
You are in my clay.
In life we share a single quilt.
In death we will share one bed. ❤️
:- दीशु-
जिस लहज़े से तुम गुस्से में, हमसे बात किया करते हो...
अपने दिल का हर एक डर, हमें लाज़मी लगने लगता है..!-
रिश्ते हों ...... या इंसान....
अपनों को अपनों की ही, नज़र पहले लगती है...!!-
अब के जो गयी हूँ, कभी वापस नहीं आऊंगी.....
क्यूंकि तेरे लगाए इल्ज़ाम, मैं भुला नहीं पाउंगी...!!-
चाहत यही है कि ना,कभी भी मुझसे रूठो...
सिर्फ आज ही नहीं तुम , हर रोज़ मुझपर टूटो...!!
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जलती हैं ये चांदनी, रातें भी अब हमसे....
आखिर उनके चाँद से बेहतर, चाँद हमारे पास है...!-
उदासी को मेरी तुम, यूँ मिटा दिया करो..
बिन कुछ कहे, सीने से लगा लिया करो..!-