चले थे नदी से शिकायत करने,
पर नदी तो होती ही है बहने के लिए।
चले थे बादलों को समझाने,
पर बादल तो होती ही है बरसने के लिए।
चले थे जिंदगी से रूठने,
पर जिन्दगी होती ही है जीने के लिए।-
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रत्न आभूषण नहीं
कंठ में भुजंग है
भस्म से देदीप्यमान
उसका अंग अंग है
नाम गंगाधर उसका
रूप में अभंग है
नाम जो पुकारे कोई
सदा उसके संग है
जय भोलनाथ 🙏
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रंग एसा है इश्क का जो छूटता ही नहीं,
प्रेम राधा और कृष्ण सा जो मिटता ही नहीं।
कोई दूसरा रंग डाले तो धुल जाता है,
पिया रंग डाले हम पर तो धुलता ही नहीं।-
इंतेज़ार अबतक कर रहे हैं,
चाहत का शोर कुछ एसा हो रहा है ,
की जैसे बिन बरसात
बादल गरज रहा है।-
Intelligent people never share their problems to anyone...
I guess you are intelligent.-
If you will run with bare feet, you'll never reach your goals.. So think , how you can get your shoes so you can run faster and reach your goals...
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कल तक तारीफों की बारिश नहीं रुकते थे,
छाता क्या खोल लिया हमने,
अब इल्जामात के बाण नहीं रुक रहे।
इसीलिए मोह से दूर रहें।🙏
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तो कहने दे,
हमे दुनिया से क्या लेना
और क्या देना,
दुनिया की बातें अनसुना कर के
दिल की बातों पर ध्यान दे।-
यह नैन भी
अजीब होते हैं
शब्द बिन
कई राज खोलते हैं।
कभी पलकें उठा कर
वीरता दिखाते हैं,
तो कभी पलकें झुकाकर
गलती मानते हैं।
जो जुबां पर आती नहीं,
उस प्यार का इजहार भी
यह नैन करते हैं,
यह नैन भी
अजीब होते हैं
बिन बोले
सबकुछ बोलते हैं।-