उन ज़ायकों का क्या
जिसमें तुम शामिल थे-
है बहुत से किरदार मेरे
तुम ये बताओ की कहानी कौन सी सुननी है
आँगन में पायल की झंकार गूंजती
तुम्हारा न होना घर वीरान कर गया-
आयी है रात अब तो सवेरा भी होगा जल्द
तुम हाँथ बस थामे रहो लेकर खुदा का नाम-
जगा है रात भर वो शख्स इस खुमार में
होगी जो ईद कल तो गले मिलेंगे हम-