हमको गलत तौर निगाहों में रख लिया,
परखा नहीं हमें और बाहों में रख लिया।।-
कि सबसे दूर होते हैं जिन्हें रुकना नहीं ... read more
जितना सोचा सौरभ मैंने ,
उतना भी रुहानी नहीं है
तुम्हारा इश्क बस तुम तलक है ,
मेरी इक भी कहानी नही है-
खत्म कर दी अपनी बात, बिना बात के ही ,
तुमने कुछ सोच कर यह काम भी किया होगा ।।-
खुद में जब भी कभी उतरते हो
कौन सी बात में खो जाते हो
हमको उलझन में डालकर तुम भी
कितने आराम से सो जाते हो-
तुम्हारे साथ लिखना था अपना नाम
लो ये भी भूल गये !
सुनो तुमको हो याद तो बताओ
क्या है नाम मेरा ?-
तुमसे राहें तुमसे मंजिल
तुमसे यह संसार लिखा था
जिसमें खबरें सिर्फ तुम्हारी
ऐसा ही अखबार लिखा था
कितना सहज लगा तुमको
जीवन का यह प्रणय खेल पर
खुद की हार लिखी थी पहले
फिर जाकर यह प्यार लिखा था-
दुनिया में जब आप ऐसी जगह फंस जाएं
जहां आप को निकलने के लिए
कोई आशा कि किरण न सूझ रही हो
तब अगर कोई आपके साथ है
जिसको आप नहीं जानते
तब आप उसमें अपनी एक उम्मीद देखते हैं
और तब आप यह नहीं सोचते
वह सुंदर है या कि नहीं-
डूबने की भी जहां बात किनारो से कही जाती है
चांदनी रात की हर बात सितारों से कही जाती है
हर्फ ही हर्फ रहे बात मुकम्मल न हुई
प्यार की बात 'इशारों' से कही जाती है-
तरन्नुम और का अब गा रहे हैं
अलग तकदीर लिखने जा रहें हैं
जो हमसे ना मिला मन भर उन्हें
वहीं कुछ खास पाने जा रहे हैं-