डॉ. रणवीर सिंह गोदारा  
36 Followers · 23 Following

Veterinarian 🩺

पशुधनं नित्यं सर्वलोकोपकारकम्!
Joined 3 November 2017


Veterinarian 🩺

पशुधनं नित्यं सर्वलोकोपकारकम्!
Joined 3 November 2017

अकड़ तोड़नी है उन मंजिलो की
जिन्हें अपनी ऊचाइयों पर घमंड है

-



बहुत ग़ुरूर था ‘छत’ को ‘छत’ होने का,
एक मंज़िल और बनी ‘छत’ फर्श हो गई।

-



दोस्त के साथ बैठना बहुत आसान है,
मगर दोस्त के साथ खड़े रहना बहुत मुश्किल !

-



मुझे नहीं आती उड़ती पतंगों सी चालाकियां,
गले मिलकर गला कांटू वो मांझा नहीं हूं मैं।

-



काँटों में रहकर भी फूल सुखी है,
महलों में रहकर भी इन्सान दुखी है।

-



“ कहीं रिश्ते हैं, इसलिए चुप हूं
कहीं चुप हूं, इसलिए रिश्ते हैं.”

-



आहिस्ता आहिस्ता बढ़ रही है चेहरे की लकीरें,
शायद नादानी और तजुर्बे में बँटवारा हो रहा है..

-



डिग्री रद्दी के भाव बिक जाती है,
जब जिंदगी इंटरव्यू लेना शुरू करती है..

-



मैं जरूरत मे दान हूं
राष्ट्रवाद का प्रमाण हूं
अन्न उगाता किसान हूं
भाई-चारे की पहचान हूं
इतिहास का बलिदान हूं
सीमा पर खड़ा जवान हूं
सबसे पहले हिन्दुस्तान हूं
मैं जाट हूं।
सबके दिल की जान हूं

अंतरराष्ट्रीय जाट दिवस की शुभकामनाएं

-



संघर्षो से लिखी है दास्तान कामयाबी की।
साज़िशों से बुझ जायें हम वो चिराग नही।।

-


Fetching डॉ. रणवीर सिंह गोदारा Quotes