तुम ही तुम हो ,तो क्या हम हैं,
हम ही हम हैं ,तो क्या तुम हो,
अगर हम हैं ,तभी तुम हो,
मगर..तुम हो ,तभी हम हैं।

- डाॅ. प्रवीण परदेशी