खुद टूट चुकी हूं,
तुझे जोड़ते-जोड़ते।
खुद रूठ चुकी हूं,
तुझे मनाते-मनाते।
खुद की मुस्कुराहट खो चुकी हूं ,
तेरी एक मुस्कान पाने के लिए।
मैं अपना वक्त पीछे छोड़ चुकी हूं ,
सिर्फ तेरा एक साथ पाने के लिए।
खुद बोलना भूल चुकी हूं ,
तेरी बातें सुनने के लिए।
खुद का दिल तोड़ चुकी हूं ,
तेरा दिल जोड़ने के लिए।
खुद जिंदगी से मुंह मोड़ चुकी हूं ,
सिर्फ तुझे कभी अकेला ना छोड़ने के लिए।
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