still moving on...
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वह तेरे कांधे पर, सर रख सोना।
वह तेरे गले लग कर, दिल के जज़्बात कहना।
मेरे माथे को तेरा फिर चूमना,
मेरी आंखों से अश्कों का बहना,
तेरी हर एक बात, मुझे बहुत याद आती है।
तेरी कमी आज भी मुझे बड़ा सताती है।
तू शायद भूल भी गया हो मुझे,
लेकिन तेरी याद मुझे हर पल आती है।।-
खुद टूट चुकी हूं,
तुझे जोड़ते-जोड़ते।
खुद रूठ चुकी हूं,
तुझे मनाते-मनाते।
खुद की मुस्कुराहट खो चुकी हूं ,
तेरी एक मुस्कान पाने के लिए।
मैं अपना वक्त पीछे छोड़ चुकी हूं ,
सिर्फ तेरा एक साथ पाने के लिए।
खुद बोलना भूल चुकी हूं ,
तेरी बातें सुनने के लिए।
खुद का दिल तोड़ चुकी हूं ,
तेरा दिल जोड़ने के लिए।
खुद जिंदगी से मुंह मोड़ चुकी हूं ,
सिर्फ तुझे कभी अकेला ना छोड़ने के लिए।
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रात को टूट कर...
सुबह को फिर जुड़ना पड़ता है।
यह जिंदगी है साहब...
इसे हर हाल में जीना पड़ता है।।-
अगर जाना ही था छोड़कर तो,
मेरे साथ वक्त बिताया ही क्यों?
और अगर वक्त ही बिताना था,
तो कह देते
मुझे हर ख्वाब दिखाया ही क्यों???-
यह इश्क,प्यार,मोहब्बत,
सब बकवास है।
जो आज तुम्हारे साथ है,
वह कल किसी ओर के पास है।-
की मानो उसकी हर एक दुआ कबूल होती चली गई,
मैं पहले तुम, फिर तू और फिर तुम होती चली गई।
तिल तिल रूलाने की बात कही थी उसने,
और उसकी हर एक बात सच होती चली गई।
लगता है जैसे पूरे दिल से दुआ की थी उसने,
की खुदा गम के आंसू भी पिलाना मुझे।
रास ना आई उसे मेरी कुछ पल की खुशियां ,
जो उसने हर बार मेरे बिखरने कि मांगी थी दुआ।।
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