हम जानते थे तूम्हे..
दूर से ही बुलाते थे तूम्हे
कहीं समझ ना जाओ तुम हमे
इसलिए थोड़ा थोड़ा सताते थे तुम्हे
बीच में बिना किसी लफ्ज़ के हमारे
बहुत घड़ियाँ बीत चुकी थी
लेकिन पसंद करते है तुमको हम
यह मन ही मन बताते थे तुम्हे
एक वक्त आया हमारे पास
जब ज़हन की सारी बातें बोल दी हमने
तुम्हारा साथ पा कर, दिल की हर बंद किताब खोल दी हमने
लेकिन कदर ना कर पाया मैं उस साथ की....
गलत फैसले को सही समझ के ,वो खूबसूरत डोर तोड़ दी हमने
फासला बढ़ गया, लेकिन दिल वहीँ था,
खोया हमने तुमको, यह इरादे में नहीं था
जब फिर करीब आये तुम, तो वादा करा कि नही छोड़ेंगे
लेकिन किस्मत और दिमाग खिलाफ था दिल के.....
नही सोचा था कि
तुमको पा तो लिया, पर फिर तुमको खो देंगे
जहाँ लिखी जाती है कहानी सबकी...
उस किताब को ढूंढना चाहता हूँ मैं
अगर हो सके तो..
हमारी कहानी का अंत बदलता चाहता हूँ मैं
हाँ नामुमकिन है यह.. इतना जानता हूँ मैं
ये जनम हमारा नही है... ये भी मानता हूँ मैं
लेकिन.... किसी जनम में तुम मेरी होगी
इस बात का वादा करते है तुमसे
उस दिन दिल खोलके बताएँगे तुम्हे की
इश्क़ कितना ज़्यादा करते है तुमसे
©DanishkB-
उन यादों पर भी मेरा हक है,
उन इरादों पर भी मेरा हक है,
जिनके पन्ने अपनी तसव्वुर से भरे,
उन आधी-अधूरी किताबों पर भी मेरा हक है,
कोई नही छीन सकता इनको मुझसे ,
यें मेरे साथ ही रहेंगे, साथ ही मिटेंगे
मुकम्मल नही तो ना ही सही, लेकिन
उन मांगी हुई हर मुरादों पर भी सिर्फ मेरा हक है।
-
कल क्या गुज़रा, अच्छा या बुरा,
हमे कुछ याद नही,
क्या लेकर आएगा आनेवाला कल,
जानने की मुराद नही,
आज, इस पल में, खुश हैं हम,
बस चिंता है एक बात की,
ये पल जो इतना खूबसूरत है,
छोड़ ना दे मेरा साथ कहीं।
-
किधर गए बिना कुछ कहे,ना जाने कब तक
तुम्हारी मौजूदगी को तरसते रहेंगे,
सोचा तो ये था कि पूरी जिंदगी बाकी है
साथ हस्ते खेलते लड़ते रहेंगे,
अब नही हो तुम, सिर्फ तुम्हारी याद है
लेकिन इतना वादा जरूर करेंगे,
याद को तुम्हारी सीने से लगाकर
हम आगे की तरफ बढ़ते रहेंगे।-
नही बचा अब कुछ कहने के लिए
बातें ज़हन की सारी बोल चुके हैं,
नींद में भी खामोशी को तलाश कर
चादर सुकूत की हम ओढ़ चुके हैं,
जवाब की उम्मीद में
हमसे सवाल ना करो जनाब,
वक्त के चलते-चलते हम तो
खुद से ही बात करना छोड़ चुके हैं।-
तेरे प्यार की इफरात न होती
तो अच्छा था,
किस्मत मेरे साथ न होती
तो अच्छा था,
पछता रहा हूं इस गम के
बोझ को लेकर,
तुझे मुलाकात ही न होती
तो अच्छा था।-
तन्हा होकर टूट गया हूं
अब इसका एहसास हो गया,
जबसे तेरी मौजूदगी का तोहफा
मेरे लिए इतना खास हो गया।-
खून इनके बहते रहेंगे
इनके अपने, दुखों को सीते रहेंगे,
लेकिन यें मरकर भी अमर है,
जो हमारी तसव्वुर में जीते रहेंगे।-
जिंदगी के तट पर खड़ा था
तभी एक खयाल आया,
घर पर मां सोच रही होगी
कहां गया, अभी तक घर नहीं आया?-
सोते सोते कब जन्नत में पहुंच गया
पता न चला,
सुबह उठकर देखा तो अपनी मां की
गोद में मिला।-