रुकता नहीं छोड़ने वाला बंदा
बिखर जाता है जोड़ने वाला बंदा
लोग कहते है चुप रहने लगा है
हर वक्त बोलने वाला बंदा
डर लगता है क्या होगा उसका भी
जो होगा उसका होने वाला बंदा
जवानी में बचपन की तरह ढूंढोगे मुझे
मैं नही था खोने वाला बंदा
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like krne se pehle padh lena☺️😘
Ist tym slept on bed ... read more
इक बात रहती है ज़हन में, खास करके
बड़ जाते है गम उसे याद करके
वो पूछती थी क्यूं गुस्सा हो जाते हो दानिश तुम
बात बात पर पुराने आशिक़ की बात करके
उसकी खुशी के खातिर सब करने को तैयार मैं
वो रहती थी खुश, ज़माने से मुलाक़ात करके
हर खुशी सबसे बांटने वाला लड़का
आज रोता है बिना आवाज़ करके
Danish hussian
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वो बुलाती है घर , जब कोई नहीं होता
करीब जाता तो हूं पर शोर नहीं होता
हाथ पकड़ लेती है ना जाने देती है मुझे
मका डार्लिंग, ऊपर ऊपर से अब ओर नही होता-
पहली नज़र से इस नज़र ने, तुम्हे ना इक बार छोड़ा है
काम बहुत है इस बार हमे, तुम्हारे लिए इतवार छोड़ा हैं
तुमने कहा था तो एक रोजा भी रखा है हमने
तुम इंतजार बहुत कराती हो जाना, तुम्हारे लिए इफ्तार छोड़ा है
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यूं ऊपर ऊपर से हाल पूछना अच्छा नहीं
हाल पूछ रहे हो तो ज़रा दिल से पूछिए
फोन पर तो हाल पूछने के बहाने काम की बात होती है
आप तो अपने थे हमारे, आप तो मिलके पूछिए
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ख्वाहिशें जाग रही है, मौसम बिगड़ा हुआ है
जरा सा संभाल लेना, दुपट्टा बिखरा हुआ है
तारीफो का असर जल्दी होता है उनपर
हमने भी कह दिया, आज चांद उतरा हुआ है-
सुबह का मंजर और सुहाना होता है
जब नज़रों को दीदार तुम्हारा होता हैं
मिलते नहीं है इस जहां में हमसफर आसानी से
बस जुदा करने को पीछे पूरा ज़माना होता है
नये दौर के तरीके से इश्क़ किया हमने भी
लेकिन शादी का तरीका वही पुराना होता है-
तुम जो दूर हमसे, क्या ये फासला जरूरी है
तुम्हे करीब आने को इक हादसा जरूरी है
ठंड बहुत है आज चलो पैदल चलते है
करीब आने के लिए तुम्हारा कांपना जरूरी हैं
ऐसे तो बहुत शॉर्टकट है जाने के लिए,लेकिन
आज की रात एक लंबा रास्ता जरूरी है-
मौसम का मिज़ाज अलग हैं आज कोई नूर निकलेगा
चादर उड़ रही हवा में, वो चादर उतारने जरुर निकलेगा
बारिश कि बूंदो ने छेड़खानी शुरू कर दी उनसे
हमे तो आंखो से छुना हैं, फिर भी हमारा ही कुसूर निकलेगा
उन्हें भी जब महसूस होगा दूर से छूना हमारा
मां कसम, मोहब्बत का फसाना काफी मशहूर निकलेगा-
दिल के हालात बिगड़ रहे हैं बता क्या करूं
बस तू हैं मेरा मुकम्मल इलाज दवा क्या करूं
हर एक दिन कई जुल्म होते हैं मोहब्बत में
जिसमें सजा-ए-मोहब्बत मिले ऐसा गुनाह क्या करूं-