अनंत है गति; असीमित है चाल; सांस है जबतकराहें बेमिसाल -
अनंत है गति; असीमित है चाल; सांस है जबतकराहें बेमिसाल
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बस यही तो हैजो तय करेगातुम्हें ईकदिन -
बस यही तो हैजो तय करेगातुम्हें ईकदिन
भले वेला आखिरी मेंजब पुरी हो चुकी हो अपनों की खुशीसपने से कहोथामें तुम्हेंजगायेथोड़ी देर औरकहे तुमसे,आओ पास बैठो,कहो कुछ,जो तुम्हारा दिल चाहे -
भले वेला आखिरी मेंजब पुरी हो चुकी हो अपनों की खुशीसपने से कहोथामें तुम्हेंजगायेथोड़ी देर औरकहे तुमसे,आओ पास बैठो,कहो कुछ,जो तुम्हारा दिल चाहे
समेट लो...जो मिलेशर्त बस इतनी सीदिल की इजाजत हो,तुम्हारी नादानियां महफूज तो है उसकी कैद मेंया बस युं हीआवाज दे रहा है वो तुम्हें शर्त बस इतनी सी..:) -
समेट लो...जो मिलेशर्त बस इतनी सीदिल की इजाजत हो,तुम्हारी नादानियां महफूज तो है उसकी कैद मेंया बस युं हीआवाज दे रहा है वो तुम्हें शर्त बस इतनी सी..:)
व्यस्तता के बीच कह रही मानवता "शुभारंभ" -
व्यस्तता के बीच कह रही मानवता "शुभारंभ"
यकीं ही नहीं तो जिक्र कैसा -
यकीं ही नहीं तो जिक्र कैसा
DaminiQuoteइश्क दायरा है तुम्हारे सिमट जाने कावो जहाँजो नाम है मिट जाने का..:) -
DaminiQuoteइश्क दायरा है तुम्हारे सिमट जाने कावो जहाँजो नाम है मिट जाने का..:)
रोज उगते सूरज की पहली किरण सेहमारा वौ ईक आसमान लिख दे..:) -
रोज उगते सूरज की पहली किरण सेहमारा वौ ईक आसमान लिख दे..:)
जहाँ जी गईं अनगिनत शाखाएं..:) -
जहाँ जी गईं अनगिनत शाखाएं..:)
साथ तुम्हारे!कुछ पल बैठ संग किनारेदूर कहीं वो गांव निहारे,जहाँ जिया था हमने बचपनचौराहे की भीत(दीवार)सहारे,सपने रोज जहाँ जीते थेभर गागर में अवकाश हमारे...! -
साथ तुम्हारे!कुछ पल बैठ संग किनारेदूर कहीं वो गांव निहारे,जहाँ जिया था हमने बचपनचौराहे की भीत(दीवार)सहारे,सपने रोज जहाँ जीते थेभर गागर में अवकाश हमारे...!