गुरूर था हमें अपने आप पर
भरोसा था उस धोखेबाज पर
कब सितम ढा दे जीवन पर
हम संभल न सके उस पल
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in Hindi
Passion-
Shayari,One Liner,story and poetry.
संसार प्यासा हैं खारे जल की वजह से
प्यासे हैं हम सब लोग तुम्हारे वजह से.....-
आ गया हैं समय का चक्रवात,
सारे जग को करें उथल पुथल।
ख़्वाब संम्भाल किया इंतज़ार,
अब सच होंगे सपनों का संसार।।-
गुज़ारिश थी रब से,
तुझे धन दौलत अपार दें।
वरना आज कल,
बेईमानों का ताता लगा हैं।।-
वो भूल थी मेरी,
जो तूझे काबिल बनाया।
वरना बेटे,
आज तुम औकात में होते।।
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उत्साह से,
जीवन में जो रम जाते हैं।
प्यार से सब,
उनके अपने हों जाते हैं।।
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उत्साह से,
जीवन में जो रम जाते हैं।
प्यार से सब,
उनके अपने हों जाते हैं।।
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घर परिवार के प्यार में,
मैं परदेशी हो गया।
गांव में छूटा मां का प्यार,
छुटे खेत खलिहान।।
वहां पसीना शहरों में,
मेहनत कर रोटी रोज़ी।
किया हैं रुपयों का काम,
अब होना था खाना पीना।।
हो गई बच्चों की पढ़ाई,
जीवन हैं मुश्किल भईया।
अब करों कमाई भईया,
अब करों धमाई भईया।।
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रात मुकम्मल सरहद पार,
लगा परिदों का हैं पहरा।
ये रात हमारी दुआ तो सुन,
कहना अमर रहें संसार।।
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रात का दीया यूं झिलमिलाता रहा हवाओं से,
गुज़र रही थी ज़िंदगी किसी सनम के प्यार में।।— % &-