कुछ अधुरी चिझे खुद मे मुक्कमल होती है।
ये वक्त का सितम हर रोज दुरीया बढा देती है।
चाहता तो हूं कभी तो मिल जाऊ फुरसात मे,
पर यही सपना हमेशा सुरज की पेहली किरण के साथ तुट जाता हैं।
AT(ARJUN)-
कुछ अधुरी चिझे खुद मे मुक्कमल होती है।
ये वक्त का सितम हर रोज दुरीया बढा देती है।
चाहता तो हूं कभी तो मिल जाऊ फुरसात मे,
पर यही सपना हमेशा सुरज की पेहली किरण के साथ तुट जाता हैं।
AT(ARJUN)-
आयुष्यात प्रेम हे चंद्राप्रमाणे
कलेकलेन बदलणार नाही
तर ते धृव ताऱ्या सारख
स्थिर असावं जे अंधाऱ्या
रात्रीतही योग्य मार्ग दाखवतं
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लिखते-लिखते रुक जाते हैं
अक्सर सोच मे पड जाते हैं
दिल मे जज्बातों का सैलाब होता हैं
फिर भी लफ़्ज कम पड जाते हैं-
Parents are very important in our lives
We should value them while we have them-
जिंदगी में पिछे मुडके देखोगे
तो सिर्फ भीड़ दिखेगी
और उस भीड़ में भी तुम
खुदको तन्हा ही पाओगे!!!-
Dil ek ajib si kashmkash me hai
Khwab sachhe hai ya hakikat jhuti hai
Apno me paraye ya parayome apne ¡¡¡-
Khamoshiyon me bhi shor hota hai
bas uuse sunkar samjhne vale ki jarurat hai....-
हर कमी पुरी सी होती हैं
हर मुश्किल आसा हो जाती है
हर गम दूर हो जाता हैं
हर एक पल ख़ुशनुमा होता हैं
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