अगर प्यार एक पल को भी कम हो गया होता
न जाने क्या करता क्या कर गया होता
जब मालूम हुआ तुम किसी और को चाहते हो
अगर एक पल को भी तुमसे नफ़रत हो जाती
मैं अपनी ही नजरो के गिर गया होता
मोहब्बत कल थी जितनी,उतनी आज भी तुमसे
न नाराजगी कोई न हक नाराज होने का
आखिर उम्रभर यूंही चाहोगे यह शर्त तो न रखी थी
यह सौदा यह बनियापन मेरी जान ले लेता
अगर मोहब्बत में
बेवफाई के बदले बेवफाई का इरादा कर गया होता।-
हो सुबह, दिन गुजरे, शाम ढले किसे परवाह
बस किसी रात तेरे ख्वाबों का एक कारवां गुजरे-
दफना दिया गया मुझे चांदी की कब्र में
मैं जिसे चाहती थी वो लड़का गरीब था
- अंजुम रहबर-
कितने कपड़े
किसके तन पर
कुछ फर्क नही पड़ता यहां
नोचने वाले
नजरो से नोचते है
एक एक धागा
एक एक तार
राह चलती लड़कियों के
खड़ी लड़कियों के
बैठी लड़कियों के
कोई सिखाओ
इन हवसी आंखों को सलीका
कोई इनको भी पहनाओ कपड़े
सलीके के..-
अब "हमारा" शेष नही कुछ
कुछ "तेरा" कुछ "मेरा" है
इश्क़ में दिल दो टूटे है
एक तेरा एक मेरा है
सब खत्म हुआ आ हिसाब कर ले
अब से खुशी तेरी गम मेरा है-
सुना था बड़ी ताकत होती है कलम की धार में
पर यहां तो सब बिके पड़े है सियासी दरबार में
सत्ता ही राष्ट्र जिनका और चाकरी ही राष्ट्रधर्म
हर खबर झूंठी छपती है अक्सर ऐसे अख़बार में-
तुझे थोड़ी ही सही सियासत तो आनी चाहिए
तु आज फिर ठगा गया है तेरी भलमनसाहत से।-
तुझको चाहा तुझको पूजा प्रीत न तेरी कभी ठुकराई
फर्ज की राह चुनी बस मैंने, की नही तुमसे वेवफाई
रब से जब भी मांगा मैंने केवल इतना ही मांगा
तेरे हिस्से खुशियां लिखदे,मेरे हिस्से तेरी तन्हाई।-