दीवाने हम तुम्हारे बस इतना यकीन कर लो मुश्किल है मगर एक बार कहना मेरा मान लो
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जिंदगी किसी किताब सी हमारी पन्ने भरे हुए जज़्बात से यहाँ
अल्फाज़ गुजरते हालात स... read more
कितने सवाल है इन आँखों में कभी कोशिश कर पढने की
गुज़ारिश करना छोड दिया है मैनें ना साज़िश कर बिछड़ने की-
कुछ मेरी खबर लो यूँ ना तुम बेखबर रहो
इंतज़ार मुश्किल हुआ और ना सितम करो
वास्ता अपनी मोहब्बत का एक बार सुनो
आख़िरी ख़्वाहिश समझकर कुछ रहम करो
माना कि वक़्त और मजबूरियां है तुम्हारी
क्या मेरी कोई जगह नहीं है दिल में तुम्हारी
शिकायत बार-बार कहती है ये तन्हाई लिए
कब मुलाकात होगी बाहों में अंगड़ाई लिए
देखो फिर रुठ जायेंगे हम उम्र भर के लिए
इंतिहा हुई है बेरूखी की यह मोहब्बत लिए-
मोहब्बत में बेवफ़ाई छिपाने का हुनर आ गया है
संभल गए बिछ़ड कर खुद पर गुरूर आ गया है-
मुझे जिंदगी से प्यार है इस बात पर दिल मगरूर है
ना कोई साथ रहे फिर भी प्यार से हमें जीना जरूर है-
तेरे आने की आस लिए इंतज़ार करते हैं
मगर दिल में एक डर है इकरार करते हैं
दूरियाँ दरमियान दरार ना ले आए हमारे
चेहरे पे हम मुस्कान लिए ऐतबार करते हैं
उम्मीद दिलाकर गए हो वादा निभाओगे
सांस बेचैन लिए शिकायत बार-बार करते हैं
सब्र टूटने से पहले आ जाओ गुज़ारिश मेरी
मोहब्बत बेपनाह है तुमसे हम जाहिर करते हैं-
चाय की आदत जबसे छूट गई सहूलत हो गई
ना लगेगी होठों से ना याद आएगी राहत हो गई-
इस फूल को छोड़कर उस फूल का क्या करें
खुशबु से बेचैन हूए दूर रहने की भूल क्यों करें-
सामने सच देख कर भी दिल मानता नहीं
भुलाए कैसे उसे बताओ दिल समझता नहीं
दुनियाभर के लोग आ गए मुझे नसीहत देने
मगर हकीक़त क्या है यह कोई जानता नहीं-