पेंसिल और रबड़ के बीच खूब हुई लड़ाई,
पेंसिल अपने घमंड पर बड़ा इतराई।
पेंसिल: मै लिखूँगी ही नही तो तुम क्या मिटाओगे,
मेरे बिना तुम कोई काम ना आओगे।
रबड़: अगर तुम कुछ गलत लिखोगी तो मै ही उसे मिटाऊंगा,
फिर बच्चों से मै ही शाबाशी पाऊँगा।
पास आकर छोटी ने सुलझाया ये झगडा,
पेंसिल और रबड़ ने माफी माँग नाक रगड़ा।
अब पेंसिल और रबड़ करते है साथ काम,
बच्चों की सफलता के पीछे रहता है इनका नाम।
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