हाँ, भाड़ में जाओ।
मत जाओ ना प्लीज़।
ठीक है, तुम जाना चाहती हो तो मैं रोकूंगा नहीं, जाओ।
मैंने इतना प्यार दिया, फिर भी चली गई।
मेरे प्यार को उस धोखेबाज़ ने देखा ही नहीं, अपने स्वार्थ के लिए छोड़ गई।
मैं यहाँ रो रहा हूँ, पर उस पत्थर दिल चेहरे पर एक दर्द, एक आँसू भी नहीं है।
छह महीने में आटे-दाल का भाव समझ आ जाएगा।
जब कोई प्रॉब्लम आएगा ना, तो भाग के आएगी मेरे पास।
उसे मत कोसो, कुछ गलती मेरी भी थी।
उसके नज़रिए से देखोगे, तो वो भी गलत नहीं लगेगी।
वो धोखेबाज़ नहीं, वो मेरा पहला सच्चा प्यार है।-
भले ही सितम तूने बहुत देखे होंगे।
भले ही सितम तूने बहुत देखे होंगे।
बस तू ही नहीं है, जो आग में जला है।-
इश्क़ में तेरे हम चूर हो गए।
इश्क़ में तेरे हम चूर हो गए।
ना पीनी थी शराब,
पर हम मजबूर हो गए।
और धीरे-धीरे उतरेगा सुरूर तेरा।
धीरे-धीरे उतरेगा सुरूर तेरा।
कहते थे ख़ुद को आशिक़ तेरा,
पर पता नहीं कब तेरे लिए नासूर हो गए।-
अभी तो दिल टूटा है मेरा।
अभी...
अभी तो दिल टूटा है मेरा।
अभी समेटना बाक़ी है।
अभी तो दिल टूटा है मेरा।
अभी समेटना बाक़ी है।
अभी तो तुझको मेरा...
अंजाम देखना बाक़ी है।-
शब्द ऐसे तीर हैं, ऐसे खंजर हैं,
जिन्हें हमेशा म्यान में ही रखना चाहिए।
इनके ज़ख्म कभी नही भरते।
कभी नहीं।
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आज के इस दौर में बेशर्म बनना होगा।
ज़मीर, सम्मान, वगैरह वगैरह
सब हवाई बातें हैं। कोई मोल नहीं।
चालाक शकुनी, खुदगर्ज कंस बनना होगा।
बेशर्म बनना होगा।
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माँ तेरी आँखों से बहता झरना हो
या पापा तेरा हमारे लिए तिल-तिल मरना हो,
कभी पहन पाऊँ मैं आप लोगों के ये ज़ेवर
कभी जता पाऊँ क्यों हैं बदले-बदले से मेरे ये तेवर,
यूँ दिखला पाऊँ मैं खुलकर अपने झुलसे हुए ज़ख़्म
तो समझ लेना तेरा ये बेटा हारा नहीं है,
तो समझ लेना तेरा ये बेटा हारा नहीं है।-
क़त्ल किया था कभी अपने सपनों का हमने
अब तो इसकी आदत सी हो गई है।
जी लेंगे तेरे बीन ऐसा कभी सोचा ना था हमने
पर अब तो ऐ सपने,
तेरे बीन जीने की आदत सी हो गई है।-
वो कहते हैं मेरी हर ग़लती माफ़ कर देना,
मैं कहता हूँ सौदे से पहले प्यार तो कर लेते।-
चाँदनी की तलाश में रात भर घूमा,
सर उठा के देखता तो वो भी मिल जाती।
मंज़िल की तलाश में आँख बंद कर बहुत सपने देखे,
आँखें खोल भागता तो वो भी मिल जाती।-