तुम्हारी हर नादानी पर लाड़ आता है,
तुम्हारी हर शैतानी पर गुस्सा आता है,
जब भी दिदार होता तुम्हारी सादगी से,
मेरा वो गुस्सा पल भर प्यार बन जाता है,
कुछ तो ख़ास है तुम में यूं ही थोड़ी,
यह पत्थर दिल इंसान भी पिघल जाता
है....❤️
@adh_oorealfaaz-
Official Id-bhardwaj_jii_7
My day Aug16
❤️ Writing & Reading
🎶 M... read more
मुझे अब किसी पर,
मैंने देखा है मेरे अपनों को,
मेरी तबाही का इंतजाम करते
हुए.....
@adh_oorealfaaz-
ना जाने क्यों फिर मेरे दिल में बेचैनी सी हुई है,
ना जाने क्यों फिर मेरी आंखों से नींद ओझल सी हुई है....
ना जाने क्यों फिर तेरे ख्यालों की आहट सी हुई है,
ना जाने क्यों फिर तेरी यादों की हलचल सी हुई है....
ना जाने क्यों....ना जाने क्यों....
@adh_oorealfaaz-
जब दो तरफा हो तो,
जिंदगी में मौत का भी अपना मज़ा है,
लेकिन एक तरफा हो तो,
जिंदगी मानो मौत से बड़ी सज़ा है....
💔💔
#adh_oorealfaaz-
🙏दिन,माह,साल बदले चलता है,
बस अपनों का बदलना खलता है,
सुख दुख,रूठना मनाना सब चलता है,
बस अपनों का बदलना खलता है,
मुसीबतें,परेशानी आए चलता है,
बस उस समय अपनों से मुंह मोड़ लेना खलता है,
नए साल में नए रिश्तों से रूबरू होना चलता है,
बस पुराने रिश्तों को भूल जाना खलता है,
दिन,माह,साल बदले चलता है,
बस अपनों का बदलना खलता है🙏
नववर्ष २०२३ की शुभकामनाएं
#adh_oorealfaaz
-चित्रांगद भारद्वाज-
वो शख़्स जो मुझे यूँ मिल गया है,
उससे दूर न हो जाऊं बस यही दुआ है,
कोई दुःख और गम न मिले उसे मेरे होते
हुए,
हर पल मेरी बस एक यही दुआ है....❤️
#adh_oorealfaaz-
जिंदगी में कभी घमंड अपनी
दौलत पर ना करना जनाब,
क्योंकी शमशान का हिसाब
बहुत नेक है,
इंसान अमीर हो या गरीब वहां
सबका बिस्तर एक है....
#adh_oorealfaaz-
समय रहते पहचान ले रिश्तों को मुरसद,
यहां हर रिश्ता सिर्फ मतलब से होता है,
और जितना गहरा हो इश्क़ ए मुरसद,
ज़ख्म उतना ही गेहरा देता है....
#Adh_oorealfaaz-
हम लड़को की दीवानगी भी कहां इतनी आसान
होती है,
ना जाने क्यों हमें तो मोहब्बत भी अपनी सहेली से
हर बार होती है,
बरसों की दोस्ती पल भर में ना टूट जाए,
कहीं कोई ख़ास शख्स हमसे ना रूठ जाए,
बस इसी ख़्याल से हम उनसे मोहब्बत का इज़हार तक
नहीं करते,
और एक वो हैं जो हमारे नादान-ए-दिल के हाल तक
नहीं समझते...💗
#adh_oorealfaaz-
क्यों ना वापस उन गलियों में जाया जाए,
क्यों ना वापस प्रेम की कश्ती में बैठा जाए,
तो क्या हुआ अगर पहले डूबी थी कश्ती हमारी,
क्यों ना इस बार आग का दरिया ही पार
किया जाए....
#adh_oorealfaaz-