आप पर कुछ लिखना सबसे दुष्कर है.!
आप स्वयं साहित्य की धवल हस्ताक्षर है.!!
सृजन की कौनसी विधा आपसे छूटी है.!
लय ताल उत्कृष्ट लेखन की कब टूटी है.!!
अल्पज्ञ हूँ साहित्य समझ नहीं पाता हूँ.!
लेकिन शैली दिल की समझ जाता हूँ.!!
त्रिविध भाषाओं में गूढ़ सरल लिख जाती है.!
आप "शीला" है सब मित्रों से प्रीत निभाती है.!!
साहित्य साधकों की प्रेरणा स्त्रोत बन जाती है.!
माँ वागीशा की मानस पुत्री सी बन जाती है.!!
सफलता के उत्तंग शिखरों पर सदा विराजित रहे.!
प्रभु आशुतोष से बस यही अरज की जाती है.!!-
♥️ जय श्री महाकाल ♥️
कहते हैं नम्बर डिलीट करने से किस्से खत्म हो जाते हैं… काश इतना आसान होता…👇
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पूरे ब्रह्मांड में पुरुष का जीवन परिवर्तित, सिर्फ पसंदीदा स्त्री ही कर सकती है, यदि पुरुष तनाव में है, तो स्त्री उसे पल भर में तनाव मुक्त कर सकती है, और यदि पुरुष खुश है, तो पलक झपकते ही वो आपको गहरे तनाव में डाल सकती है,
आपको कब किस मूड में रखना है, ये आपकी पसंदीदा स्त्री तय करेगी आप नहीं..!!-
आंखों में सूरमा, होंठों पर लाली, गालों में नन्हा सा तिल है,
और जुल्फ घनी जब लहराती हो तुम, रूक जाता मेरा दिल है..!!-
95% सास अपनी बहू को महारानी कहकर बुलाती है।
फिर भी बहूएं खुश नहीं हैं..
🤭😂😎😜🤣-
मैं आरज़ू तो नहीं हूँ , मगर तू पाल के देख
मोहब्बत में कोई रास्ता , निकाल के देख
मैं अपने दोनों तरफ एक सा हूँ तेरे लिए
पहले किसी से शर्त लगा फिर मुझे उछाल के देख-
रख दो अब कोई नया कैलेंडर हमारे सामने,
कितने दिन और हैं जो साथ गुज़ारे जाएंगे ।
आने दो यादों के पतझड़ फ़िर मेरे शहर में,
दूर-दूर तक जंगल के जंगल पुकारे जाएंगे ।
आसमां में दूर चमकता ही ठीक लगता है हमें,
हम फ़िर मिलेंगे वहां जहां टूटते तारे जाएंगे ।
कोई तसल्ली दे 'चिराग' को तेरे बातों के बाद भी,
निकाले कब तक खुली खिड़की से इशारे जाएंगे!-