पुरानी यादों को ताज़ा करने लगता है,
ये रास्ता, ये बाग़ जाना पहचाना लगता है।-
दो शब्द नही दो दिलो की दास्तान लिखता हूं, ✒️
●Onliner... read more
પહેલા પ્રેમ પછી શરાબ પ્રેમી બને છે,
હા, ઇશ્ક પછી ખરાબ પ્રેમી બને છે.
નથી હોતું દિલ તેમની પાસે પોતાનું,
તેથી જ તો એ નવાબ પ્રેમી બને છે.
તૂટી ગયું, વીતી ગયું, છોડી ગયું કોઈ,
ને છેલ્લે મગજ કબાબ પ્રેમી બને છે.
વિસરાતો નથી એ પહેલો અનુભવ,
શેર-સાયરીનો સવાલ પ્રેમી બને છે.
કિરદાર મોટો જીવે છે લથડતાં પગે,
એટલે જ પ્રેમી શરાબ પ્રેમી બને છે.-
अब कोई याद नहीं करता,
अब में उसके साथ नही रहता।
तन्हाई करीब रहती है मेरी,
में उसकी दोस्ती पे मलाल नही करता।-
कुछ यादें न कभी मिटाई गई,
और न कभी उसे संभलकर रखा गया,
सिर्फ वो यादो को भुलाने की कोशिशें होती रही,
जिसमे कामियाबी की कभी उम्मीद न रखी गई।-
जीतनी बार मोहब्बत की है !
सिर्फ आप से बार-बार की है,
नज़रो का कोई खेल होगा ही,
तभी तो आपपे नजर टीकी है।
दिल चाहत ढूंढता रहता हरदम,
साँसे तुमसे जा मिल चुकी है।
विरान होकर भी हरा-भरा रहा ,
जब तेरी तन्हाई मुझसे रुकी है।
भूले हुए तहखाने ताजमहल हुए,
जब याद-ए-समसीर जुकी है।-
बदलते ज़माने के साथ इंसानियत भी बदली है,
जो ठहर सकते थे उसने भाग दौड़ चुनी है।।-
कहा हो दोस्तो ! चलो फिर वो दिन जिए,
कुल्हड़ वाली आधी आधी चाय पिए।।-
सात रंग की नोटों से गज़वा भरना चाहता हूँ,
में इस होली से थोड़ा बहोत कमाना चाहता हूँ।
बहोत रंग भर दिए मेरे बचपन में मम्मी-पापा ने,
अब में वो रंग की रंगोली बनाकर,
होली में दिवाली मनाना चाहता हूँ।-