आओ डूब चले!
हादसे कुछ दिल पर ऐसे हो गए,
हम समंदर से भी गहरे ही गए.!!-
BUT YOU WILL NEVER CHANGE ME...
खुदा का तोहफा, अज़ीम-ओ-शान मेरी मां,
मेरी दुनियां, मेरी जन्नत, मेरी जान है मेरी मां।।
मेरी फिक्र करती है, मेरा ही जिक्र करती हैं,
मुझपर है पल पल बहुत मेहरबां मेरी मां।।
खुदा से फर्याद करती है, जब मुझे याद करती है,
मेरी तकलीफ़ से हो जाती है, परेशान मेरी मां।।
मेरे सिर पर जो साया है, मैने सब कुछ ही पाया है,
मेरी जमीं भी वही और है आसमां मेरी मां।।
मेरे दिल में बस्ती है, मेरी बातों पर हंसती है,
मेरे दिल के नशेमन की है निगहबान मेरी मां।।-
सूरज के निकलने से चांद के छिपने तक हर पल में,
मैं तुम्हारा इंतजार करूंगा।
गर्मी की दोपहर, सर्दी की रात,
मौसम की बारिश, और बारिश के पानी में,
मैं तुम्हारा इंतजार करूंगा।।
मेरे हालत, मेरे जज़्बात,
मेरे लफ्ज़, और लफ्जो में बयां हर कहानी में,
मैं तुम्हारा इंतजार करूंगा।।
तुम EID के बाद मिलोगे न,
भूल तो नहीं जाओगे न,
जो जाओगे अगर भूल भी तो बता देना,
अजनबियों की तरह ही सही,
मैं तुमसे प्यार करूंगा।।
पल पल हर पल मैं इंतजार करूंगा,
हां EID के बाद में तुम्हारा इंतजार करूंगा।।
🌹🌹🌹-
Assalamualaikum rahmatullahi wa brakatuh ..
No Muslim brother should share his Iftari and Food Table photos with whatsapp or Facebook .
Not everyone is lucky like you.
Some people open the fast only with water, so do not make a poor person's heart by pretending to be useless.
And keep in mind that no show is allowed.
And if possible, take care of your neighbors too.
Do not organize Shehri and Iftari parties.
Take care of social distancing,
Nobody goes out,
May Allah protect everyone.-
तेरा सफ़र ही मेरा सफ़र क्यों नहीं बन जाता,
अजनबी! तू मेरा हमसफ़र क्यों नहीं बन जाता।।-
अभी खूबसरत चेहरा है, आशिक़ बहुत होंगे।
जो झुर्रियां भी 💋चूमे, जा👣 ऐसा दिलबर तलाश कर।।-
ख़ुद को मिटा कर जिंदा तुझे करता है,
बता जनवरी और कौन तुझे दिसंबर सा इश्क़ करता है।।-
हो सके खुदा! तो ये उम्र थोड़ी छोटी ही रखना मेरी,
'साल-दर-साल' मरती ख्वाहिशें हमसे देखी नहीं जाती।।-