पर कोई सक्ष तुम्हारे लिए इतना क्यों करेगा
अपनी जिंदगी छोड़ वो तुम संग क्यों मारेगी
वो इंद्रधनुष के रंग तुम्हारी जिंदगी में क्यों भरेगा
तुम्हें खोने से भला कोई क्यों डरेगा
कोई तुमसे इस कदर मोहब्बत क्यों करेगा
कुछ ख्वाब शायद ख्वाब ही रह जाएंगे
कुछ सपने अधूरे ही छूट जाएंगे
और जिंदगी ...... जिंदगी यूं ही बीत जाएगी
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