मैं बावरी सी बन गई
जब से मिले हो तुम
ऐसा लगा मुझे मेरी ज़िंदगी मिल गई-
मेरे माथे पर है तेज़ -अनल
है कौन जो मुझे झुठलायेगा
मुझमे समाया है ... read more
विविधता है जहाँ की जीवों में , वहाँ समृद्धि की खान है
छत्तीसगढ़ की जैव विविधता का,पूरी दुनिया में बखान है
Name - Chandresh Lilhare
Mobile no. 7869462860-
हर लम्हा ज़िंदादिली से जीने की सिफारिश की है
खुशियों की उम्र लम्बी हो,बस यही ग़ुज़ारिश की है-
धीरे -धीरे ये साल गुज़र गया
पता नहीं चला और वक़्त निकल गया
कोई अपने हमसे दूर हो गये
कोई दिल के क़रीब हो गये
हर साल ज़िन्दगी
नई मोड़ लेकर आती है
कुछ अनकही बातें
हमें सीखा कर जाती है
कुछ अनसुलझे तो सुलझ गये
पर कुछ धागे थे थोड़े उलझ गये
साल गुजर जाता है,वक़्त गुजर जाता है
बस रह जाती है कुछ यादें
और यही यादें ताउम्र हमारे
साथ रहती है...
कुछ मीठे.. कुछ कड़वे..
नये साल में हम फिर से मिलते है
नयी उम्मीदों से...
नये सफ़र...नये लोग...नयी यादों...से...-
"यदि जीवन में
कोई एक चीज न मिले
तो जरूरी नहीं हम दूसरे चीजों
को भी नज़र अंदाज़ करें
जीवन तो एक प्रवाह है"-
चल रहा है काँटो में
रग़ों में दौड़ रही लहू की धार
खुद है,,जो खुद की भाग्यविधाता
फिर ,,,काहे की हार-
"शब्द"
जिसने शब्द को पहचाना है
उसने जीवन को जाना है
मन के भावनाओं को,
अपनी संवेदनाओं को
चुनिंदा शब्दों से ख़ुद को
बारीकियों से तराशता है
जीवन के मर्म को
दूसरों के दर्द को
अपने तजुर्बों से शब्दों को
धागों की तरह बुनता है
जिसने शब्द को पहचाना है
उसने जीवन को जाना है-