chandraprakash sahu  
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Joined 22 November 2023


Joined 22 November 2023
30 DEC 2023 AT 9:45

फ़िर वही दौर आया है
चारो तरफ खामोशी का साया है
मुकम्मल न हुई दास्ताँ इश्क की
जिन्दगी में कोई और आया है
चुरा ले गया है नींद,चैन,सबकुछ
फ़िर वही चोर आया है
रेशमी बाल,आँखे नशीली
गोरे गाल, गुलाबी होठ
चंचल मन,सावरा बदन
सारा हुस्न उसमे समाया है
फ़िर वही दौर आया है
चारो तरफ खामोशी का साया है
मै तो हूँ भूखा प्रेम का
क्या तुमने कभी प्रेम खिलाया है
दूसरो पर हुई प्रेम की वर्षा लेकिन
हमपर एक बूँद न आया है
प्यासे हैं हम अब भी प्रेम के
ईश्वर ये तेरी कैसी माया है
फ़िर वही दौर आया है
चारो तरफ खामोशी का साया है
आँख को नम करने के चक्कर मे
गम को कम करने के चक्कर मे
इस कदर बदनाम हुए हैं जमाने में
तुम को हम करने के चक्कर मे
सूख गए हैं आसूँ आँख के
किस्मत ने इतना रुलाया है
फ़िर वही दौर आया है
चारो तरफ खामोशी का साया है

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29 NOV 2023 AT 9:01

मिटा न सके दुनिया जिसे ऐसा नाम बन जाऊंगा
याद करे जिसे पूरी दुनिया ऐसा शाम बन जाऊंगा
आगे भी न मिली कोई दिलरुबा अगर
तो अटल, योगी या कलांम बन जाऊंगा

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29 NOV 2023 AT 8:36

मतलब नहीं किसी से हमको अपनी धुन में मस्त मगन थे
राधा थी, हर एक लड़की अपने आप में हम मोहन थे
बचपन की वो बात अजब थी काम बड़े निराले थे
एक जमाना ऐसा था जब हम भी भोले भाले थे
बिन पढ़े ही स्कूल मे जाते कैरिअर की कोई चिंता न थी
बड़े गजब के विषय थे भईया बड़े अजब थे मेरे साथी
खेल कूद से जुड़ा हुआ था बड़ा गजब का नता
ऐसा कोई खेल नही था जिसे मैं खेल न पाता
द्वेष नही था द्वंद नही था निश्चल मन हम वाले थे
एक जमाना ऐसा था जब हम भी भोले भाले थे
आई एक जवानी फ़िर बचपन को वो निगल गया
सबने कहा बड़े हो जाओ खुशियो भरा वो पल गया
राधा नही रही कोई लड़की मै भी नहीं रहा अब मोहन
कोरी कागज बनी जिन्दगी उथल पुथल मे अबये जीवन
तनाव युक्त बनी जिन्दगी चिंता मे घरवाले थे
एक जमाना ऐसा था जब हम भी भोले भाले थे
था स्वर्णिम काल वो जीवन का इसमे कोई संदेह नहीं
है दौर ये आया अब ऐसा क्रूरता है फैली स्नेह नही

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25 NOV 2023 AT 19:39

हुई पतझढ़ सी जीवन में की सावन बन के आ जाते
गमों का ये समन्दर है खुशी के गीत तुम गाते
मै अपनी इस कहनी का यु पूरा सार करता हूँ
मैं तुमसे प्यार करता हूँ मै तुमसे प्यार करता हूँ
हवा का झोंका यु चलके तेरी यादों को लाती है
दिवाने न कभी थे हम दीवाना ये बनती है
तेरी चाहत तेरी यादें यु ही मुझे मार डालेगी
तेरा मासूम सा चेहरा खुशी के गीत गाती है
तेरी चाहत में यु पड़कर मै सौ सौ बार मरता हूँ
मै तुमसे प्यार करता हूँ मैं तुमसे प्यार करता हूँ
ये दिल बेताब रहता है जरा सी बात कर लो न
कई जख्मे पड़ी दिल पर यु बाते कर के भर दो न
हू तेरे पास मै लेकिन अजब सी एक दूरी है
जुदाई मार डालेगी मुलाकाते जरुरी है
मगर आओगी कब जीवन में मै अब इजहार करता हूँ
मै तुमसे प्यार करता हूँ मै तुमसे प्यार करता हूँ
ये जीवन गुनगुनाति है नये सपने दिखाती है
ये रस्ते पे गिरा के हमें यु ही चलना सिखाती है
कि बस स्वीकार और इन्कार की बाते भरी इसमें
की सपना हो हकीकत या सभी को आजमाती है
नही मालूम ये मुझको मै जीता हूँ या मरता हूँ
मै तुमसे प्यार करता हूँ मै तुमसे प्यार करता हूँ

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24 NOV 2023 AT 8:10

किसी की जान हो क्या
इतनी नादान हो क्या
तड़प दिखाई नही देती तुम्हे मेरी
इश्क से अनजान हो क्या

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23 NOV 2023 AT 9:26

हॅसाती जिन्दगी रुलाती जिन्दगी
मंजर ये कैसे दिखाती जिन्दगी ।
मन खोया है दुनिया की भुल भूलैया में
हकीकत कई है बताती जिन्दगी

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22 NOV 2023 AT 8:08

"दूसरो से आशा रखना मनुष्य के दुख का सबसे बड़ा कारण है।"

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